यूपी-पंजाब चुनाव में हार सामने देखकर वापस लिए कृषि कानून: किरण चौधरी

– बोलीं, मोदी स्टंटमैन और कृषि कानून वापस लेने का फैसला चुनावी स्टंट
– एमएसपी को कानून बनाने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग

भिवानी, 19 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानून वापस लेने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण चौधरी ने मोदी को स्टंटमैन और इस फैसले को चुनावी स्टंट बताया। कहा, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार सामने देखकर कृषि कानून वापस लिए गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से एमएसपी को कानून का रूप देने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग भी की।

शुक्रवार को यहां मीडिया को जारी अपने बयान में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने कहा कि कृषि कानून वापस लेने में केंद्र सरकार ने बहुत देर कर दी। एक साल तक किसान कड़ाके की ठंड और गर्मी में जमे रहे। इस दौरान सात सौ से ज्यादा किसानों को शहादत देनी पड़ी। इतनी सारी प्रताड़ना झेलनी पड़ी, इन सब की भरपाई कौन करेगा?

उन्होंने प्रधानमंत्री को स्टंटमैन और इस फैसले को चुनावी स्टंट करार देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि राज्यों में विधानसभा चुनाव में भाजपा की स्पष्ट हार देखकर केंद्र सरकार ने कृषि कानून वापस लिए हैं। भाजपा को यह आभास हो गया कि उत्तर प्रदेश व पंजाब में भाजपा की सरकार नहीं बन रही है। इसलिए यह पैंतरा फेंका गया है।

तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने केंद्र से सवाल किया कि एक साल के आंदोलन के दौरान सात सौ से अधिक किसानों की शहादत की जिम्मेदारी और भरपाई कौन करेगा। किसानों को भाजपा नेताओं ने कभी खालिस्तानी तो कभी पाकिस्तानी कह कर प्रताड़ित किया गया। उन्होंने दावा किया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत सभी चुनावों में बुरी तरह से हारेगी।

उन्होंने केंद्र सरकार से तुरंत एमएसपी को कानूनी रूप देने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग भी की। श्रीमती चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार को आम जनता से कोई सरोकार नहीं है। पूरा देश पूंजीपतियों के हवाले कर दिया। पहले नोटबंदी कर लोगों की जेब काटी और अब डीजल-पेट्रोल और एलपीजी गैस महंगी करके लोगों की जेब खाली की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय कीमतों के आधार पर देश में डीजल 40 रुपए और पेट्रोल के दाम 40-45 रुपए प्रति लीटर से ज्यादा नहीं होने चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने सत्ता सुख के लिए देश को बर्बाद कर दिया।

You May Have Missed

error: Content is protected !!