कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा, किसान संघर्ष की जीत व तानाशाह प्रधानमंत्री की करारी हार : विद्रोही

मोदी जी किसानों के प्रति ईमानदार व उनके हितों के प्रति सोचने वाले सच्चे नेता होते तो उक्त काले कृषि कानून बनाने से पहले वे किसानों और विपक्ष से व्यापक विचार-विमर्श करते न की कोरोना संकट के दौर में संसद में बहुमत के बल पर जबरदस्ती कानून पारित करवाते1

19 नवंबर 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा किसान आंदोलन के सामने घुटने टेककर तीन काले कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा का स्वागत किया1 विद्रोही ने प्रधानमंत्री की 3 काले कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा को किसान संघर्ष की जीत  व एक तानाशाह प्रधानमंत्री की करारी हार बताया1 आखिरकार किसान आंदोलन के सामने घुटने टेककर डेढ़ साल बाद प्रधानमंत्री जी को यह एहसास तो हुआ की तीन काले कृषि कानून न केवल किसान विरोधी है अपितु सरकार ने अपने चंद पूंजीपति मित्रों का कृषि व्यापार पर कब्जा करवाने के लिए सत्ता दुरुपयोग से जबरदस्ती संसद में बहुमत के बल पर उक्त कानून पास करवाए थे1 यदि मोदी जी किसानों के प्रति ईमानदार व उनके हितों के प्रति सोचने वाले सच्चे नेता होते तो उक्त काले कृषि कानून बनाने से पहले वे किसानों और विपक्ष से व्यापक विचार-विमर्श करते न की कोरोना संकट के दौर में संसद में बहुमत के बल पर जबरदस्ती कानून पारित करवाते1

विद्रोही ने कहा हिंदुस्तान के राजनीतिक इतिहास में पहली बार किसी सरकार के मुखिया ने मजबूर होकर इस तरह घुटने टेके जैसे तानाशाह मोदी ने टेके1 प्रधानमंत्री मोदीजी की नियत कतई साफ नहीं है! उन्होंने तीन काले कृषि कानूनों को उत्तरप्रदेश व पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किसानों की वोट हड़पने के लिए वापस लेने की घोषणा की है1 किसान व कमेरे वर्ग को मोदी जी की तिकड़मों, षडय़ंत्रों से सावधान रहकर आने वाले उत्तरप्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर विधानसभा चुनावों में मोदी, भाजपा-संघ को वोट की करारी चोट मारकर शिकस्त देनी होगी ताकि भविष्य में वे कोई किसानों के विरुद्ध षड्यंत्र करने से पहले सौ बार सोचे1

 विद्रोही ने आंदोलनरत किसानों को काले कृषि कानून वापिस लेने पर हार्दिक बधाई दी और उनका संघर्ष  भारत के आजादी के बाद के राजनीतिक इतिहास में एक मील के पत्थर के रूप में दर्ज हो गया1 वही विद्रोही ने कहा 14 जनवरी 2021 की राहुल गांधी जी की यह भविष्यवाणी सही साबित हुई कि मोदी जी को किसानों के सामने घुटने टेककर हर हालत में उक्त तीन कृषि कानून वापिस लेने होंगे1 आज 11 माह बाद राहुल जी की भविष्यवाणी सो प्रतिशत सही साबित हुई1           

 विद्रोही ने लगातार किसानों के संघर्ष को समर्थन देने के लिए राहुल गांधी जी का भी आभार व्यक्त किया1

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