कितलाना टोल पर धरने के 326वें दिन किसानों ने की जोरदार नारेबाजी

चरखी दादरी/भिवानी जयवीर फोगाट

16 नवम्बर,संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे आन्दोलन में तीनों कृषि विरोधी कानूनों को लेकर जंहा जनता में भारी गुस्सा है और महामहिम राष्ट्रपति की भूमिका को भी किसानों के हित में किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं कहा जा सकता परन्तु संवैधानिक मजबूरियों के चलते हमारा उनसे फिर भी उनसे कोई विरोध नहीं है। यह बात संयुक्त किसान मोर्चा के विभिन्न नेताओं ने कितलाना टोल पर धरने को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के भिवानी आगमन के अवसर पर जो भी भाजपा-जजपा के नेता सुई गांव में आंएगे उनके विरोध स्वरूप भिवानी शहर में रहकर उनके पुतले फूंके जांएगे।

उन्होंने कहा कि 17 नवम्बर को प्रातः 11 बजे शहीद भगतसिंह चौक हुड्डा तेरह सेक्टर पर इन नेताओं के पुतले फूंके जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता कभी तिंरगा यात्रा का सहारा लेकर या जातीय नेताओं को आगे लगाकर भाई को भाई से  लड़वाने की अपनी ओच्छी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। अब किसान जनता उनकी फूट डालने वाली नीतियों को समझ चुकी है और आने वाले समय में जनता उसकी राजनीतिक जमीन को खिसकाना शुरू करेगी जो कारपोरेट शक्ति का आधार है।

किसानों के कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर 326वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप से बिजेंद्र बेरला, फोगाट खाप से धर्मबीर समसपुर, चौगामा खाप से मीरसिंह नीमड़ीवाली, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से हरबीर सांगवान, युवा कल्याण संगठन से डॉ राजू गौरीपुर, किसान सभा से ईश्वर दातोली, महिला नेत्री धनपति, कमलेश, हसकौर ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया।

इस अवसर पर सुरेन्द्र कुब्जानगर, राजकुमार दलाल, रत्तन सिंह, बलवान पूर्व सरपंच, सूबेदार जगवीर, नंदलाल अटेला, रमेश शर्मा, रणसिंह, शब्बीर हुसैन, छाजूराम मलिक, कुलदीप धायल, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, मौजीराम, बुजन जांगड़ा, राजेंद्र जांगड़ा, मुन्ना पंडित, करतार चरखी, सुल्तान खान, अब्दुल खान, बलबीर, जयसिंह कालुवाला, कमल सिंह झोझू इत्यादि मौजूद थे।

error: Content is protected !!