गुरुग्राम, 15 नवंबर – एसजीटी विश्वविद्यालय ने सोमवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा प्रायोजित उच्च शिक्षा संस्थानों में रिसर्च के विकास और रिसर्च विकास प्रकोष्ठ के मामले पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्घाटन एसजीटी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ ओपी कालरा ने किया। इस कार्यशाला में देश भर के कई विश्विद्यालयों के कुलपतियों व अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला में उद्घाटन भाषण के दौरान एसजीटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. ओपी कालरा ने कहा कि रिसर्च एवं विकास के क्षेत्र में क्रियान्वयन की आवश्यकता है और सरकार को रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए एक बजट सुनिश्चित करना चाहिए। प्रो. कालरा ने उदाहरण दिया कि कोरिया, जापान और इजरायल की सरकार रिसर्च के विकास के लिए एक अच्छा बजट खर्च कर रही है। प्रो चांसलर प्रो. आरसी कुहाड ने सभी अतिथियों और अन्य उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया और विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों में रिसर्च केंद्र विकसित करने पर चर्चा की। प्रो. कुहाड ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में रिसर्च और विकास पर चर्चा करना है तथा रिसर्च को बढ़ावा देना है। रिसर्च किसी भी शिक्षा संस्थान के लिए रीढ़ की हड्डी की तरह होता है। गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. आरएस दुबे ने वर्कशॉप में उपस्थित विद्वानों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छे रिसर्च के लिए शिक्षा की गुणवत्ता बहुत जरूरी है। Post navigation 58 लाख रुपये की लागत से बनेगा सीएससी सेंटर: सुधीर सिंगला जिला में 18 नवंबर तक चलेगा पाँच दिवसीय मधुमेह प्रबंधन शिविर