13 नवंबर, गुरुग्राम – एसजीटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज के न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स विभाग के द्वारा ‘हॉलिस्टिक अप्रोच ऑफ़ मैनेजमेंट इन डायबिटीज’ शीर्षक के साथ ‘विश्व मधुमेह दिवस’ के अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ स्वप्निल, एसोसिएट प्रोफेसर और हेड, पंच कर्म आयुर्वेद, मंजरी चंद्रा, कंसल्टेंट, फंक्शनल न्यूट्रीशन ऑफ मैक्स हेल्थ केयर, डॉ स्वपन चतुर्वेदी, सीनियर डाइटिशियन, एम्स, नई दिल्ली को आमंत्रित किया गया था। इस कार्यक्र्म की शुरुआत मुख्य अतिथि व अन्य फॅकल्टी के सदस्यों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई|

कार्यक्रम के दौरान एसजीटी विश्वविद्यालय के पंच कर्म आयुर्वेद के एसोसिएट प्रोफेसर और प्रमुख डॉ स्वप्निल ओदी ने कहा, “भारत में मधुमेह की संख्या खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। और हैदराबाद मधुमेह की राजधानी बनता जा रहा है।” उन्होने यह भी कहा कि मधुमेह से बचाव के लिए बहुत छोटे लेकिन स्मार्ट कदम हैं जो स्वस्थ रहने के लिए हर आम आदमी उठा सकता है|

स्वप्निल ओदी ने कहा, “मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम सबसे अच्छा तरीका है। उचित समय पर भोजन करना और उचित मात्रा में पानी का सेवन सबसे अच्छा समाधान है।”

कार्यक्रम के दौरान सीनियर डाइटिशियन, एम्स, नई दिल्ली डॉ. स्वपन चतुर्वेदी ने कहा कि कई लोग मधुमेह के बारे में जागरूक ना होने की वजह से इसकी जांच नहीं करवा पाते और भोजन के नियमों का भी पालन नहीं करते। इसीलिए उन्होनें सभी को हिदायत देते हुए कहा कि यदि उन्हें कोई ऐसा लक्षण दिखाई देता है जो सामान्य नहीं है तो उन्हें स्वयं जांच करवानी चाहिए और डॉक्टरों से परामर्श लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर मरीज का तभी अच्छा इलाज कर सकता हैं जब किसी भी समस्या का जल्द पता चल जाए|

डॉ. चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि सभी को अपने शरीर के वजन के अनुसार भी प्रोटीन लेना चाहिए। अगर शरीर का वजन 60 किलो है तो 60 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए। इसके अलावा मोटापे पर भी नियंत्रण रखना चाहिए क्योंकि मोटापा भी मधुमेह का सबसे बड़ा कारण है|

मैक्स हेल्थ केयर की न्यूट्रिशन, कंसल्टेंट, फंक्शनल, मंजरी चंद्रा ने कहा कि 50 फीसदी से ज्यादा लोग डायबिटीज से अनजान हैं और अपनी जांच नहीं करवाते। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है, तो अच्छा है, लेकिन फिर भी निश्चित रूप से सभी को अपनी जांच करवानी चाहिए।

प्रो. एम. एजाज हुसैन, डीन, फैकल्टी ऑफ लॉ एंड हेल्थ साइंसेज, डॉ बरखा भटनागर, एचओडी, के दौरान फैकल्टी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स, डॉ आकांक्षा यादव, सलाहकार, न्यूट्री केयर एसोसिएशन, डॉ रेणु श्रेष्ठ, सह सलाहकार, न्यूट्री केयर एसोसिएशन , डॉ. जी.बी. भट्ट, सहायक प्रोफेसर, डीओएन एंड डी, डॉ वत्सला सहारन, सहायक प्रोफेसर, डीओएन एंड डी और बड़ी संख्या में छात्र कार्यक्रम में शामिल रहे।

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