अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा एवं समस्त पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर नारनौंद घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।

हांसी , 6 नवंबर। मनमोहन शर्मा

भगवान विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर नारनौंद में हुई घटना के विरोध में अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा तथा समस्त पिछड़ा वर्ग समाज की ओर से शनिवार को असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग को लेकर उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी को ज्ञापन सौंपा गया।

 विश्वकर्मा समाज तथा पिछड़ा वर्ग समाज के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त से कहा कि शुक्रवार को उनके आराध्य गुरु श्री विश्वकर्मा जी के दिवस पर नारनौंद में सांसद रामचंद्र जांगड़ा को धर्मशाला शिलान्यास तथा मंदिर में पूजा एवं हवन कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होना था लेकिन असामाजिक तत्वों द्वारा मुख्य पंडाल के पर्दे फाड़ दिए गए और कार्यक्रम में घुस गए। इन लोगों ने कातिलाना हमला किया और सांसद की गाड़ी को भी तोड़ दिया।

 इस दौरान असामाजिक तत्वों ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया, जिसकी समस्त पिछड़ा वर्ग घोर निंदा करता है। उन्होंने उपायुक्त से कहा कि श्री विश्वकर्मा केवल जांगड़ा समाज के गुरु नहीं है बल्कि समस्त शिल्पकार समाज के आराध्य गुरु है, परंतु इन असामाजिक तत्वों ने राजनीतिक मंशा व अपने दिल में पाले हुए ओछे हथकंडों को अपनाकर समस्त पिछड़ा वर्ग समाज का अपमान किया, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रतिनिधियों ने कहा कि लंबे समय से ऐसे लोग पिछड़े वर्ग के नेताओं पर कातिलाना हमले कर रहे हैं जो कि बेहद निंदनीय है।

प्रतिनिधियों द्वारा ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि शुक्रवार को हुए घटनाक्रम के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए अन्यथा पिछड़ा वर्ग समाज अनिश्चितकालीन धरने एवं आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगा। इस अवसर पर मास्टर कर्मवीर जलंधर,  प्रवक्ता कुम्हार धर्मशाला बरवाला, लीलू राम सचिव कुम्हार धर्मशाला बरवाला, सतपाल वर्मा धिकताना, नामदेव सभा हिसार से प्रताप सिंह वर्मा, सत्यवान वर्मा, महावीर प्रसाद रोहिल्ला, अंबिका प्रसाद, जय प्रकाश वर्मा सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
  उधर कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिला महासचिव राममेहर घिराये ने नारनौंद में किसानों पर लाठीचार्ज करने की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा कि सरकार जान बूझकर अपने विधायक व सांसदों को भेजती है ताकि आमना-सामना हो और पुलिस को अपनी कार्यवाही करने की छूट मिल जाये।

 राममेहर घिराये ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार भूल रही है कि देश के जिन अन्नदाताओं पर लाठियां चला रही है, उन्हीं किसानों की वजह से कुर्सी तक पहुंचे हो। राममेहर घिराये ने कहा कि मोदी सरकार ने गरीबों को एक और तोहफा दिया है। पहले सरसों का तेल बंद किया था अब देश के गरीबों सरकार ने अनाज भी बंद कर दिया है। आज हर वर्ग सरकार से दुखी है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब देश का किसान व मजदूर एक होकर विरोध करता है, तो सरकार गिर जाया करती हैं। वह दिन दूर नहीं जब देश वासी भाजपा के खिलाफ फतवा जारी करेंगे। 

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