पेट्रोल डीजल के 30 से 40 रुपए दाम बढ़ाने के बाद मात्र 10 से 11 रुपए दाम घटाकर बीजेपी समझती है जनता को फिर से गुमराह कर लेगी

गुडगांव 5 नवंबर – दिवाली के 1 दिन पहले भाजपा सरकार पर जब महंगाई की चोट जनता ने मारी और उपचुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त मिली तो भाजपा ने आनन-फानन में टैक्स ड्यूटी में मामूली कटौती कर दी, जिससे कुछ प्रदेशों में 10 से 11 रुपए पेट्रोल और डीजल के दाम कम हो गए। पेट्रोल के दाम 10 रुपए कम होने के बाद भाजपा के आला नेता एक बार फिर से छाती पीटने लगे और यह कहने से पीछे नहीं दिखे की भाजपा सरकार ने महंगाई कम कर दी, यह कहना है कांग्रेसी व्यापार सेल के चेयरमैन पंकज डावर का।

पंकज डावर ने कहा कि वे नेता कहां गए जो कांग्रेस शासनकाल में धरने प्रदर्शन करके जनता को गुमराह करते थे और कहते थे कि भाजपा की सरकार आने पर डीजल पेट्रोल के दाम 30 से 35 रुपए हो जाएंगे। लेकिन भाजपा के नेतृत्व ने सरकार बनाने के बाद 30 से 35 रुपए में डीजल पेट्रोल बेचने की बजाए मौजूदा कीमतों में 30 से 35 रुपए और बढ़ोतरी करके देश में महामारी के बाद जनता पर दोहरी मार की, जिससे जनता की कमर टूट चुकी है।

पंकज डावर का कहना है कि आज पूरे देश में महंगाई को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, बावजूद इसके भाजपा मामूली टैक्स ड्यूटी हटाकर जनता के साथ भद्दा मजाक करने का कार्य कर रही है। पंकज डावर ने कहा कि भाजपा के नेता महंगाई के मुद्दे पर बात ही नहीं करना चाहते वे जानते हैं कि महंगाई को लेकर जनता में आक्रोश है, लिहाजा अब आम जनता को जातिवाद और मजहब के नाम पर आपस में लड़ाने का कार्य इस सरकार में तेज कर दिया गया है।

पंकज डावर ने सभी क्षेत्रवासियों से अपील की कि सभी मजहब के लोग एक होकर रहें किसी के भी बहकावे में बिल्कुल ना आए क्योंकि आपसी लड़ाई से सिर्फ और सिर्फ नुकसान होता है, फायदा तो सिर्फ उन्हें होता है जो मजहबी लड़ाई करा कर अपना फायदा करना चाहते हैं।

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