नारनौल के होटल अपार में युवक ने खाया जहर।
होटल संचालक ने दी पुलिस को सूचना।
मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक पहुंचाया अस्पताल।जहां युवक की हुई मृत्यु।
 नजदीकी गांव गोद  का रहने वाला था मृतक युवक।

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । रेवाड़ी रोड स्थित एक होटल में अज्ञात कारणों के चलते आज साय को गांव गोद निवासी 21 वर्षीय मोनू ने आत्महत्या कर ली। इस संदर्भ में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आज दिन में होटल में एक युवक एक महिला के साथ आया था। किसी बात को लेकर युवती नाराज होकर वहां से चली गई। गुस्साएं युवक ने शुक्रवार की शाम के लगभग पांच बजे होटल में जहरीला पदार्थ खा लिया। इसकी जानकारी होटल प्रबंधक ने पुलिस को दी। महावीर चौकी पुलिस ने युवक बेहोश युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। 

पुलिस के अनुसार पूरी सच्चाई जांच के बाद सामने आएगी। इस संदर्भ में होटल के रिकार्ड के अनुसार उसके साथ एक शादीशुदा महिला आई थी और आज दोपहर एक प्रेमी युगल ने होटल में कमरा लिया था । घटना के समय युवक के साथ आई महिला नहीं मिली होटल में।
इसकी जानकारी युवक के परिजनों को दें दी है। अभी तक उसके परिवार का कोई भी व्यक्ति नहीं आया है। पुलिस ने शव अस्पताल की मोर्चरी में रख दिया है। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।

यहां यह उल्लेखनीय है कि लगभग 3 साल पहले भी इसी होटल में इसी प्रकार की घटना घट चुकी है ।

आखिर यह माजरा क्या है

कमरे 10  लेकिन लगने की एवरेज 15, कैसे ?  ध्यान दें वरना यूं ही जान देंगे युवा प्रशासन और पुलिस क्यों मौन है? कौन है जवाबदेह
नारनौल में आज एक होटल में प्रेम प्रसंग के चलते फिर से एक युवक की मौत हो गई। इससे पहले भी इसी होटल में तीन साल पहले एक प्रेमी युगल की जहर के सेवन से मौत हो गई थी। होटल के कर्मचारी ने बताया की लगभग 5 बजे जब वो चेक आउट के किये कमरे में पहुंचे तब बेसुध युवक दिखाई दिया। 

ध्यान देने वाली बात यह है कि किसी भी होटल में चेक आउट टाइम सुबह 10 या 11 बजे होता है। फिर ये कौन लोग हैं जो एक-दो या तीन घण्टे में ही चेक आउट हो जाते हैं। ये वो युवा हैं जों प्रेम जाल में फंस कर  एक या दो घण्टे के लिए पूरे दिन के पैसे देकर कमरा लेते हैं। लेकिन कमरा देने वालों को सिर्फ अपने 1000-1200 रुपये से होता है उनको इससे कोई मतलब नहीं की कमरे में क्या हो रहा है ? हालांकि इस रंगरेलियां से होटल मालिक उसके वर्कर तथा पुलिस अनभिज्ञ नहीं होती। पुलिस की छत्रछाया में देह व्यापार का कारोबार भली प्रकार से फल फूल रहा है।

सवाल यह है की एक 21 साल का नवयुवक 35 साल की महिला के साथ कमरा क्यों ले रहा है ? इस पर कोई ध्यान क्यों नही देता है। दें भी क्यों जब सर्वोच्च न्यायालय ने भी लिव इन रिलेशनशिप को मान्यता दे दी है भाई। देखिए 10 कमरों के होटल की एक दिन की एवरेज 15 कमरे आती है, कैसे ? पुलिस भी चुप है क्योंकि ऐसे कमरा लेना या देना क्राइम नहीं है, लेकिन जनाब इन्ही  कमरों में शाम को अपराधी बैठ कर मूड बनाते हैं और फिर अपराध को अंजाम देते हैं। झांसे में देकर महिलाएं और युवतियां जाल में फंसा कर लाई जाती है जिसकी परिणति मौत के रूप में होती है।

भाई, आप कमरा दीजिए क्योंकी ये आपका कमाई का धंधा है लेकिन थोड़ा सा सामाजिक सरोकार को भी देखिए। कहीं ऐसा ना हो कि आपकी कमाई के चक्कर मे यूं ही घरों के चिराग बुझते रहें। वैसे पुलिस के बारे में भी यह कहा जाता है कि वह इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाना चाहिए तो उसके पास आने का अधिकार पर शायद वह भारतीय मुद्रा के चक्कर में चुप रहने में ही अपनी भलाई समझती है। शायद लक्ष्मी का मौह भी दे व्यापार के अनैतिक धंधे को जारी रखने के लिए होटल संचालकों को मजबूर कर देता है।

error: Content is protected !!