दुकान से 310 डीएपी खाद के कट्टे बरामद
मंडी अटेली अनाज मंडी में ये वही दुकान है जहां किसानों ने खाद के कट्टे जबरन उठाने के वीडियो वायरल हुए थे

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । मंडी अटेली अनाज मंडी स्थित एक खाद की दुकान से गत 20 अक्टूबर को गुस्साए किसानों द्वारा खाद वितरण में अनियमितता पर जबरन डीएपी खाद के 100 के लगभग बैग उठाने का आरोप विक्रेता ने लगाया था। घटना का खाद विक्रेता द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो भी डाला गया था। पुलिस ने उसी दिन तत्परता दिखाते हुए 7__8 लोगो को पकड़ा था और कुछ डीएपी के कट्टे वापसी भी हुए थे। हालांकि प्रदेश में तथा जिले में डीएपी खाद को लेकर अभी भी भारी किल्लत चल रही है। किसानों को अपने फसल की बिजाई में देरी हो रही है। 

व्यापारी वर्ग 20 अक्टूबर से ही प्रशासन और पुलिस पर दबाव बना रखा था । मंडी अटेलीथाने के बाहर आरोपियों को गिरफ्तार न करने पर प्रदर्शन की बात कही जा रही थी । खाद एवं बीज विक्रेताओं ने 1 दिन की विरोध स्वरूप दुकानें बंद रखी थी। किसानों को वह अटेली के लोगों को गलत ठहराया जा रहा था कोई भी व्यापारी को लेकर कुछ सुनने को तैयार नहीं था। जिस दिन खाद की लूट हुई उस दिन भी से कहा जा रहा था कि इस दुकान के खिलाफ एक बार जांच की जाए कि आखिर खाद का वितरण क्यों हो रहा था लेकिन उस दिन इस बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया और जिसका नतीजा सामने है उसी दुकान से आज 310 डीएपी खाद के कट्टे मुख्यमंत्री उड़नदस्ता तथा वित्त विभाग द्वारा बरामद हुए हैं।

अब बताएं कि जिस समय मीडिया चिल्ला चिल्ला कर कह रहा था कि कहीं ना कहीं झोल है । उस समय उस बात पर ध्यान नहीं दिया गया और पुलिस को निशाना बनाया गया।  व्यापारी ने वीडियो बनाकर उसे वायरल किए । मंडी अटेली के व्यापारियों ने इस घटना को लेकर एकजुटता दिखाई पर तथ्यों की छानबीन नहीं की। व्यापारी द्वारा एक पत्र भी वायरल किया गया जिसमें 100 कट्टे लूटे जाने की बात कही गई थी। बाद में कुछ लोगों की समझदारी व पुलिस की कार्यप्रणाली के फल स्वरुप लगभग 50 डीएपी खाद के कट्टे वापिस आ गए थे। इसके बावजूद व्यापारियों ने पुलिस पर दबाव बनाया हुआ था। मामला मीडिया में आने के बाद तथा राजनेताओं के दबाव के चलते प्रशासन वह पुलिस को काफी मानसिक दबाव में काम करना पड़ा।

 खुफिया विभाग, मंडीअटेली थाना प्रभारी ने घटना के बाद से ही अपनी पैनी निगाहें बनाए रखी। उनकी मेहनत के फल स्वरुप आज साय सीएम फ्लाइंग वह खुफिया विभाग की संयुक्त टीम ने दूध का दूध और पानी का पानी चंद दिनों में ही सामने लाकर रख दिया। 

गत 20 अक्टूबर की घटना प्रदेश के जिले में डीएपी खाद की भारी किल्लत के चलते तथा खाद वितरण में अनियमितता को लेकर किसानों क्षेत्र की जनता का गुस्सा सामने आया था। हालांकि कोई किसान संगठन इस मामले में क्षेत्र के लोगों में किसानों के समर्थन में नहीं उतरा, उल्टा यह सिद्ध करने की कोशिश की गई क्षेत्र के लोग लूटपाट में विश्वास रखते। डीएपी खाद की अभी भारी किल्लत बनी हुई है और किसानों को एक कट्टा प्राप्त करने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।

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