Category: हिसार

बादल नहीं, अब आसमानी नदियां कहर ढा रही हैं, ग्लोबल वार्मिंग के कारण …….

अजीत सिंह हिसार। फरवरी 10 – हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर डॉ सुनीता श्योकंद ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन अब इस स्तर पर पहुंच चुका है कि अमेरिका…

बच्चे फुटबाॅल की तरह विचार भी थ्रो करते हैं, इन्हें कैच कीजिये …….

-कमलेश भारतीय बच्चे अपने माता पिता की ओर सिर्फ फुटबॉल ही नहीं फेंकते बल्कि अपने विचार और सपने भी थ्रो करते हैं, इन्हें कैच करना सीखिए । यह बात बहुत…

मेरी यादों में जालंधर ……… जीना इसी का नाम है : अनिल राव

कमलेश भारतीय क्या आपको सन् 1995 में डबवाली में हुए भयंकर अग्निकांड की याद है ? किसी और को याद हो या न हो एक शख्श है जिसे यह अग्निकांड…

घरेलू और गैर घरेलू उपभोक्ताओं को मिलेगा फायदा – पी सी मीणा

20 किलोवाट तक के शहरी बिजली उपभोक्ता खुद बना सकेंगे अपने बिल ट्रस्ट बेस रीडिंग और बिलिंग सुविधा शुरू, मीटर रीडिंग की शिकायतें होंगी खत्म हिसार, 08 फरवरी 2024 ।…

साहित्य से दोस्ती : विकास नारायण राय

कमलेश भारतीय आज एक ऐसे व्यक्तित्व को याद करने जा रहा हूँ, जिन्होंने अपने दम पर ‘ साहित्य से दोस्ती’ जैसी मुहिम चलाई ।इसी के अंतर्गत कभी ‘ प्रेमचंद से…

पुस्तकें छात्र-छात्राओं के लिए अर्पित : डाॅ विक्रम सिंह

हिसार : हिसार के दयानद महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ विक्रम सि़ह ने कहा कि आज हमारे महाविद्यालय के पुस्तकालय के लिए साहित्यकार व हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष कमलेश…

मेरी यादों में जालंधर ……. आम लोग के दर्द को बयान करतीं कविताएँ

कमलेश भारतीय आपको एक थोड़ी हंसी मज़ाक की बात बताता हूँ, भारतीय जी ! जी हाँ, बताइये । जब पंचकूला में हरियाणा के शिक्षा विभाग के लिए ‘ शिक्षा सदन…

सरकार की मिलीभगत के बिना सहकारिता विभाग में करोड़ों का घोटाला संभव नहीं : लाल बहादुर खोवाल

सहकारिता विभाग में करोड़ों के घोटोले पर हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने व्यक्त की तीखी प्रतिक्रिया हिसार : हरियाणा के सहकारिता विभाग की एकीकृत सहकारिता विकास परियोजना में हुए करोड़ों…

मेरी यादों में जालंधर – भाग बत्तीस ……… आईएएस का साहित्य में योगदान क्यों नहीं नहीं मानते हो रहा है कि…

कमलेश भारतीय क्या आप कमलेश भारतीय हैं?मैं हरियाणा सचिवालय की वीआईपी लिफ्ट के सामने खड़ा था और एक सभ्य, सभ्रांत सी महिला मुझसे यह सवाल कर रही थीं ! मैं…

मेरी यादों में जालंधर – भाग बत्तीस ……… आईएएस होने के बावजूद साहित्य में रूचि…..

कमलेश भारतीय यादें आ रही हैं, बेतरतीब और बेहिसाब ! सबकी अपनी अपनी यादें होती हैं और यादों से मिलते हैं संदेश ! जो जीवन भर की कमाई कही जा…

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