गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज: हरियाणा के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा पर जहां एक कैलाश पुजारी नामक व्यक्ति के पुत्र मोहित द्वारा की गई आत्महत्या मामले में घिरे हुए हैं, वहीं नगर निगम गुरुग्राम वार्ड 3 के पार्षद रविंद्र के भाई राजबीर पर प्लाट में धोखाधड़ी करने के दर्ज मामले में उनके चहेतो पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। गुरुग्राम के थाना फरुखनगर में एक पीड़ित की शिकायत पर धोखाधड़ी में मामला दर्ज हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार फर्रुखनगर थाना क्षेत्र में राजबीर पुत्र रमेश चन्द निवासी गांव मोलाहेडा पर एक महिला को प्लॉट बेचने के बाद धोखाधड़ी कर अपनी पत्नी के नाम रजिस्ट्री करा दी। धोखाधड़ी की शिकार पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। पीड़ित की शिकायत के अनुसार बताया गया है कि मानेसर की कांता देवी नामक महिला ने एक प्लाट 30 जून 2021 को झुंड सराय स्थित 547 वर्ग गज का मोलाहेड़ा के राजबीर से जीपीए के तहत खरीदा था। जिसका जीपीए व एग्रीमेंट भी उसी दिन पूरी पेमेंट के साथ कराया गया था, वहीं उसी दिन से उस प्लॉट पर कांता देवी का कब्जा है और बिजली का मीटर भी उसी के नाम पर लगा हुआ है। आरोप है कि राजबीर प्लॉट की रजिस्ट्री कराने के नाम पर आना-कानी कर रहा है। उससे इस बाबत कई बार कहा गया,लेकिन उसने रजिस्ट्री नहीं कराई। छानबीन करने पर सामने यह बात सामने आई कि राजबीर ने इस जमीन की रजिस्ट्री अपनी पत्नी आशा के नाम करा दी है। वहीं सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि पीड़ित के परिजन एक पंचायत लेकर उनके गांव मोलाहेडा में भी गए थे,लेकिन उन्होंने लालच में आकर प्लांट की रजिस्ट्री कराने से मना कर दिया। वहीं ऊपर से यह भी धमकी भरे लहजे में कहा था कि उसका भाई रविंद्र बीजेपी के पार्षद है तथा उनकी पहुंच बहुत ऊपर तक है। वहीं अपने आप को सांसद राव इंद्रजीत व पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा का नजदीकी बताता है। जिसपर निराश होकर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने भी कई महीनो तक चक्कर कटाने के बाद केवल राजबीर पर ही एफआईआर नंबर 9 धोखाधड़ी की दर्ज की है। जबकि इस धोखाधड़ी व मिलीभगत में पुलिस ने आरोपी राजबीर के भाई रविंद्र, मनोज,उसकी भाभी सरला व पत्नी आशा स्टाम्प विक्रेता सहित दर्जनों अन्य व्यक्ति जो शामिल हैं। उनको आरोपी जानबूझकर नहीं बनाया गया है।अब देखना यह है कि इसमें पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई करके पीड़ित को न्याय दिलाती है या पार्षद के ऊंचे रसूक के कारण लीपापोती करती है। बता दें कि उपरोक्त पार्षद के खिलाफ थाना पालम विहार खिड़की दौला सहित अन्य कई थानों में भी धमकी,धोखाधड़ी मार पिटाई के मामले चल रहे हैं। वहीं पालम विहार, सेक्टर 23,21,22, गांव मोलाहेडा के लोगों का कहना था कि काफी समय से विवादों में घिरे पार्षद के खिलाफ काफी अवैध कब्जे के भी मामले सरकारी दफ्तर में लंबित है। Post navigation मोदी के मन की बात पर भारी ……….. गुरुग्राम भाजपा मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति