25 जनवरी शनिवार को बुलाई गई है मानेसर में महापंचायत औद्योगिक मानेसर क्षेत्र की विश्व पटल पर बनी हुई है मजबूत पहचान 25 जनवरी शनिवार की पंचायत में बनेगी आगामी कार्यवाही की रणनीति सरकार और भाजपा की टेंशन राजनीतिक समर्थन मानेसर-पटौदी दोनों से चाहिए फतह सिंह उजाला मानेसर / पटौदी। भाजपा सरकार के कार्यकाल में पिछले कुछ महीनो से पटौदी क्षेत्र को जिला बनाने का मुद्दा अब एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है । एक बात तो स्पष्ट है कि पटौदी को जिला बनाए जाने का सभी के द्वारा समर्थन किया जा रहा है, लेकिन नया जिला का नामकरण ग्रेटर गुरुग्राम, न्यू गुरुग्राम, पाटौदी नामकरण से ही होना चाहिए । इसी बीच में औद्योगिक क्षेत्र मानेसर को जिला बनाए जाने का मुद्दा एक बार फिर से मुद्दा बनकर सामने आ गया है। इस संदर्भ में मानेसर क्षेत्र के अनेक प्रबुद्ध लोगों की बैठक आयोजित कर मानेसर को नया जिला बनाए जाने का समर्थन देते हुए आगामी 25 जनवरी शनिवार को मानेसर में ही बड़ी बैठक अथवा पंचायत आयोजित करने का ऐलान किया गया है। सवाल यह भी है कि क्या कोई पॉलिटिकल पार्टी या फिर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और भाजपा के नेता तथा भाजपा सरकार मानेसर को जिला बनाने की मांग का खुलकर विरोध या फिर नजर अंदाज कर सकेगी? क्योंकि पॉलीटिकल पार्टी उनके नेताओं और चुनाव में उतरे उम्मीदवारों के द्वारा अपनी अपनी जीत और राजनीति चलाने के लिए मानेसर के लोगों के वोट को भी नजर अंदाज करना संभव ही नहीं है। मानेसर नगर निगम चुनाव में भी मानेसर को जिला बनाने का मुद्दा और अधिक गर्म होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। मानेसर को जिला बनाए जाने का समर्थन सहित इसकी मांग को लेकर आयोजित बैठक में मुख्य रूप से कर्नल पर्वत सिंह, रामेश्वर यादव, सूरत नंबरदार, ओम प्रकाश यादव, अभिमन्यु थानेदार, मलखान नंबरदार, पवन यादव , अभिमन्यु थानेदार, सरपंच ओपी यादव, मलखान नंबरदार, कैप्टन मामराज, किशन ठेकेदार सहित अनेक प्रबुद्ध व्यक्ति मौजूद रहे। सभी ने एकमत से मानेसर को ही नया जिला बनाए जाने की अपनी-अपनी सहमति प्रदान करते हुए समर्थन किया। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले सबसे पहले मानेसर को ही जिला बनाए जाने की खबरें सुर्खियां बनी । मानेसर को जिला बनाने की बात सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न समाचार पत्रों में भी पढ़ने के लिए लगातार मिलती रही। मानेसर का विरोध कर सर्व समाज की पंचायत में पटौदी नामकरण से जिला बनाने का महामंडलेश्वर धर्मदेव के अलावा इस अभियान में शामिल लोगों के द्वारा समर्थन किया गया। इसी बीच में ग्रेटर गुरुग्राम और नया गुरुग्राम से नया जिला बनाने की सर्व समाज सहित अन्य लोगों के द्वारा पैरवी आरंभ कर दी गई। मानेसर को जिला बनाए जाने की पहल करने वालों के द्वारा बताया गया है कि गुरुग्राम के अलावा मानेसर औद्योगिक क्षेत्र आज पूरे देश और दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। यहां पर देश-विदेश के औद्योगिक प्रतिष्ठान उपलब्ध है और अनेक लोगों को रोजगार की सुविधा भी मिली हुई है। मानेसर अब हरियाणा प्रदेश का 11 और जिला गुरुग्राम का दूसरा नगर निगम बनाया जा चुका है। यहीं पर ही उपमंडल अधिकारी का कार्यालय भी है। क्योंकि मानेसर को सब डिवीजन का दर्जा भी दिया जा चुका है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही गई है कि मानेसर दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे के साथ में उपलब्ध है । इसके निकट में ही द्वारका एक्सप्रेसवे और केएमपी एक्सप्रेसवे के अलावा यहां पर एनएसजी का ट्रेनिंग सेंटर उपलब्ध है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कॉलेज हाई राइज बिल्डिंग की सोसाइटी व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। विभिन्न प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि मानेसर को जिला बनाए जाने की मुहिम को एक आंदोलन का रूप देने के लिए बुलाई गई 25 जनवरी की बैठक में निर्णायक फैसला किया जाएगा। Post navigation डबल इंजन सरकार में पेपर लीक के बाद अब गोपनीय दस्तावेज लीक – पर्ल चौधरी पटौदी परिषद चेयरमैन…… बड़े चेहरे भी चेयरमैन के लिए ठोकेंगे अपनी अपनी दावेदारी