Category: विचार

सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो , अब गोविंद न आएंगे ,,,,

-कमलेश भारतीय कविता /शेर या कोई प्रसंग हर जगह उपयुक्त होते हैं । छोटी पंचायत हो या सबसे बड़ी पंचायत यानी संसद सब जगह कवितांश या शेर ओ शायरी उपयोग…

हर शहर में हर शख्स परेशां सा क्यों है ,,,?

-कमलेश भारतीय वैसे तो गज़ल की पंक्ति है -इस शहर में हर शख्स परेशां सा क्यों है पर दीपावली और पराली ने मिल कर जो हालात बना दिये हैं उसे…

तबादले , भ्रष्टाचार और सरकार

कमलेश भारतीय कोई भी सरकार हो , तबादलों में कर्मचारियों की जान अटकी और फंसी रहती है बिल्कुल जैसे पुरानी कहानियों में पिंजरे में बंद तोते में राजकुमार की जान…

सत्ता के साथ तो पद्मश्री और विरोध तो छापे

-कमलेश भारतीय यह बात एक बार फिर सच साबित हो गयी कि यदि आप सत्ता के साथ हैं तो आपकी पद्मश्री पक्की और यदि विरोध में हैं तो आपके आवासों…

कोई कंगना को आज़ादी का संघर्ष बताओ भाई

-कमलेश भारतीय किसी की आंख पर पट्टी बंध जाये और आप उम्मीद करें कि वह सही रास्ते पर जायेगा तो यह सोच गलत है । ऐसे ही हमारी नयी नवेली…

संघर्ष को भीख न कहो कंगना,,,

-कमलेश भारतीय रानी झांसी की एक्टिंग कर खुद को वही समझ लेने वाली कंगना रनौत ने पद्मश्री मिलने के बाद एक इंटरव्यू में ऐसी बात कह दी कि बबाल मच…

अधिकारी या जनसेवक,,,?

-कमलेश भारतीय अधिकारी होते हैं स्वतंत्र भारत में या जनसेवक ? संविधान के अनुसार संभवतः जनसेवक होते हैं अधिकारी लेकिन जितना ठाठ बाठ इन अधिकारियों का देखने में आता है…

आओ , म्हारे हरियाणा ,,,,

-कमलेश भारतीय सोच रहा था कि टी ट्वंटी क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत के बेआबरू होकर लौटने पर कुछ लिखूं लेकिन हरियाणा हरिकेन और वर्ल्ड कप के पहले सफल कप्तान…