Category: विचार

नितिन गडकरी के दुबारा भाजपा अध्यक्ष ना बनने के पीछे का सच….

खेला हुआ अरुण जेटली के माध्यम से बीजेपी सरकार में सबसे ईमानदार मंत्री नितिन गडकरी को संसदीय बोर्ड से बाहर का रास्ता दिखाना इससे क्या साबित किया जा रहा है…

अगर आप मोदी बीजेपी‌ में‌ है मोदी बीजेपी के साथ हैं तो आप सच, तर्क और‌ विकास के साथ नहीं‌ रह सकते !

मोदी बीजेपी में रहना है तो झूठ को पप्पा कहना होगा गडकरी शुद्ध संघी हैं लेकिन सच कह बैठे तो मोदी शाह ने उन्हें भी ठिकाने लगा दिया इस बार…

भ्रष्टाचार इसलिए होता है क्योंकि हम स्वयं बेईमान है

हम बेवकूफ इसलिए बनाए जा रहे है, क्योंकि हम बेवकूफ है। हमारे हक इसलिए छीने जाते है ,क्योंकि हम दूसरो को छीनने की कोशिश करते है। हमारे साथ भ्रष्टाचार इसलिए…

राजनीति : सिद्धांत या महत्त्वाकांक्षा की ?

-कमलेश भारतीय राजनीति सिद्धांत की या महत्त्वाकांक्षा की ? कैसी राजनीति होनी चाहिए ? यह बात खुद नितिन गडकरी की कही हुई है कि मैं सिद्धांतों की राजनीति करता हूं…

कमी कानून में है या गलतियां कपड़ों में ?

आपने पहले भी स्त्रियों के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न तथा अन्य ज्यादतियों के मामले में उल्टे उसी को कुलटा या चरित्रहीन बता देने का प्रसंग तो सुना ही होगा,…

महोत्सव के बाद अमृत बनाये रखने की चुनौती

रोजगार विहीन विकास किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए सुरक्षित दांव नहीं है। बेरोजगारी न केवल हमारे मानव संसाधनों के इष्टतम उपयोग की अनुमति देती है बल्कि सामाजिक कलह और विभाजनकारी…

15 अगस्त तथा 26 जनवरी के दिन हमें पता चलता है कि हम अपने देश से कितना प्रेम करते हैं

देशभक्ति देश के लिए भक्ति होती है, न कि किसी पार्टी या राजनेता के लिए महिला सम्मान की बात तब करता है जब भरपूर नारी अपमान कर चुका होता है…

अमृत महोत्सव के बीच और बाद क्या ?

-कमलेश भारतीय एक वर्ष तक चले अमृत महोत्सव बीच क्या हुआ और इसके बाद क्या होगा ? कोविड के बीच थाली बजाओ , मोमबत्ती जलाओ के बाद कोरोना ने देशवासियों…

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