Category: विचार

बांग्लादेश हमलों पर संघ की राष्ट्रव्यापी मुहिम …………. जब सब जुटेंगे तो न बंटेंगे, न कटेंगे

सुशील कुमार ‘नवीन’ बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा और अत्याचार की बढ़ती घटनाएं भारतवर्ष के लिए भी चिंतनीय है। इसका सामयिक प्रभाव आने वाले समय में…

खतरनाक होता बायोमेडिकल वेस्ट ……….

स्वास्थ्य सेवा गतिविधियों द्वारा उत्पन्न कुल अपशिष्ट में से लगभग 85% सामान्य, गैर-खतरनाक अपशिष्ट है। शेष 15% को खतरनाक सामग्री माना जाता है जो संक्रामक, विषाक्त, कैंसरकारी, ज्वलनशील, संक्षारक, प्रतिक्रियाशील,…

धार्मिक स्थलों पर विवादों को सुलझाने में न्यायपालिका

धार्मिक विवादों में न्यायिक फैसले अक्सर राजनीतिक लामबंदी के उपकरण बन जाते हैं, जो न्यायपालिका की तटस्थता बनाए रखने की क्षमता को चुनौती देते हैं। संविधान के धर्मनिरपेक्ष चरित्र के…

आओ एक और एक ग्यारह बनें ……..बटेंगे तो कटेंगे एक हैँ तो सेफ़ हैं, पूरे भारत के परिपेक्ष्य में सकारात्मक सोचें 

हम सभी भारतीय एक ही दिशा में एक एक कदम चलते हैं तो एक साथ 142.8 करोड़ कदम आगे बढ़ते हैं विश्व को भारत की 142.8 करोड़ जनसंख्या का बुद्धि…

विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थानों पर उठते सवाल

भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी शिक्षा को पारंपरिक रूप से चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें गुणवत्तापूर्ण संसाधनों की कमी, पुराना पाठ्यक्रम और रटने और याद करने पर जोर…

अमेरिकी मूल्यों से लबरेज़ परोकार,बेहतरीन टीम के साथ व्हाइट हाउस में आ रहे हैं ट्रंप….!प्रशासन में भारतवंशियों का दबदबा!

ट्रंप की बेहतरीन टीम में शामिल साथी भारत को एक सहयोगी के रूप में देखते हैं? ट्रंप के आते ही बांग्लादेश मामले पर सख़्ती ब्रिक्स करेंसी पर लगाम व भारत…

ऑनलाइन गेमिंग से बच्चों पर दुष्प्रभाव : मामले की संसदीय शीतकालीन सत्र में गूंज ……….

भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का लिखित उत्तर पेश प्रौद्योगिकी के नए युग में बच्चों पर पढ़ने वाले मानसिक शारीरिक व भावनात्मक प्रभावों को रेखांकित करना ज़रूरी शिक्षा मंत्रालय…

गठबंधन का कोई धर्म होता है क्या ?

-कमलेश भारतीय आजकल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के चयन में फिर से ‘गठबंधन धर्म’ की चर्चा सुनते यह सवाल मन को मथने लगा कि क्या गठबंधन का कोई धर्म भी होता…

एकनाथ शिंदे: हम कहां तक तेरे पहलू से खिसकते जायेंगे !

-कमलेश भारतीय इतिहास बताता है साफ साफ कि कभी जयचंदों को राज नहीं मिले, सदा इनाम ही मिले हैं! महाराष्ट्र में महायुति में मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा के देवेंद्र…

साहित्य आज तक ……….. या साहित्य का बाज़ार ?

-कमलेश भारतीय इन दिनों ‘साहित्य आज तक’ कार्यक्रम की बड़ी धूम है और गुलज़ार, जावेद अख्तर, नरेश सक्सेना, प्रसून जोशी आदि सितारे इस मंच पर उदय होते देख रहा हूं…

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