Category: विचार

घर का वित्त प्रबंधन करने वाली महिलाएं देश की अर्थव्यवस्था में क्यों नहीं ?

–प्रियंका ‘सौरभ’……….रिसर्च स्कॉलर, कवयित्री, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, देश में नौकरी पाने की आकांक्षा के बजाय अब स्टार्ट-अप और रोज़गार सृजन की ओर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। युवा…

कांग्रेस के बिना क्या मोर्चा ?

-कमलेश भारतीय एन सी पी यानी नेशनल कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा है कि वे कांग्रेस के बिना बनाये जा रहे मोर्चे का…

राजनीति में बढ़ती असहिष्णुता …….संदर्भ केजरीवाल के आवास पर हमला

-कमलेश भारतीय राजनीति में असहिष्णुता का बढ़ना बहुत गंभीर चिंता का विषय है । पहले पश्चिमी बंगाल के विधानसभा चुनाव में असहिष्णुता चरम पर देखने को मिली । बेशक राज्यपाल…

सार्वजनिक धन के कुशल उपयोग के लिए कई सुधारों की आवश्यकता

-सत्यवान ‘सौरभ’ उचित रूप से प्रबंधित लेखा प्रणाली धन पर उचित नियंत्रण सुनिश्चित करने में मदद करती है। लेखांकन नीतियों और प्रक्रियाओं को वित्तीय नियंत्रण को नियंत्रित करने वाली कानूनी/प्रक्रियात्मक…

अतिरिक्त भोजन के बावजूद भारत भुखमरी के कगार पर क्यों ?

-सत्यवान ‘सौरभ’………… रिसर्च स्कॉलर, कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, ग्लोबल हंगर इंडेक्स वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भूख को ट्रैक करता है। यह अपने स्कोर की गणना करने के लिए…

आज शहीदी दिवस पर…… शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले

-कमलेश भारतीय किसी मित्र ने एक काम मेरे जिम्मे लगाया कि शहीद भगत सिंह की जीवनी लिख दूं । बड़ी कोशिश रही कि जल्द से जल्द दे सकूं पर इधर…

आखिर कैसे भगत सिंह ‘आप के’ लिए एक नायक बन गए?

-प्रियंका ‘सौरभ’ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यालय में भगत सिंह की एक तस्वीर विवादों में घिर गई है। आप पार्टी के नए मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह…

खेल , खिलाड़ी और राजनीति

-कमलेश भारतीय आज तो अखबार खेल , खिलाड़ी और राजनीति से भरे पड़े हैं । चाहे बिजेंद्र के नेतृत्व में हरियाणा सरकार की खेल नीति का विरोध हो या फिर…

भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या

–सत्यवान ‘सौरभ’ भूजल प्रदूषित तब होता है जब मानव निर्मित उत्पाद जैसे गैसोलीन, तेल, सड़क लवण और रसायन भूजल में मिल जाते हैं और इसे मानव उपयोग के लिए असुरक्षित…

बस , गांधी परिवार चाहिए…….. कुछ बयानबाजी भी करो नियंत्रित

-कमलेश भारतीय जी 23 समूह ने आखिर साफ साफ कह दिया कि हमें गांधी परिवार यानी सोनिया गांधी ही चाहिए । कोई गिला शिकवा नहीं है । बस । चुनाव…

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