Category: देश

भूपेंद्र हुड्डा के आवास पर पके ‘सियासी’ पकवान, बीजेपी के नेता भी स्वाद चखने पहुंचे …….

भारत सारथी/ कौशिक कांग्रेस के दिग्गज नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज दिल्ली स्थित अपने आवास पर मध्याह्न भोजन का आयोजन किया। वे हर साल…

नॉर्थईस्ट क्षेत्र को पहला एम्स देकर प्रधानमंत्री ने पूर्वाेत्तर को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा :  बिप्लब

बिप्लब देब ने राज्यसभा में एम्स की स्थापना पर ध्यान आकर्षित किया दिल्ली, 6 फरवरी। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद बिप्लब कुमार देब ने मंगलवार को राज्यसभा में…

मेरी यादों में जालंधर – भाग बत्तीस ……… आईएएस का साहित्य में योगदान क्यों नहीं नहीं मानते हो रहा है कि…

कमलेश भारतीय क्या आप कमलेश भारतीय हैं?मैं हरियाणा सचिवालय की वीआईपी लिफ्ट के सामने खड़ा था और एक सभ्य, सभ्रांत सी महिला मुझसे यह सवाल कर रही थीं ! मैं…

काश, नरेश गोयल रास्ते से न भटके होते !

एक समय के विमानन की दुनिया में एयर इंडिया के बाद दूसरा स्थान रखने वाले जेट एयरवेज के फाउंडर चेयरमेन नरेश गोयल की हाल ही में कुछ अखबारों में छपी…

मेरी यादों में जालंधर – भाग बत्तीस ……… आईएएस होने के बावजूद साहित्य में रूचि…..

कमलेश भारतीय यादें आ रही हैं, बेतरतीब और बेहिसाब ! सबकी अपनी अपनी यादें होती हैं और यादों से मिलते हैं संदेश ! जो जीवन भर की कमाई कही जा…

“लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे” : चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर बोले CJI, सारे रिकॉर्ड्स सुरक्षित रखने के दिए आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने आप पार्षद की याचिका पर नोटिस जारी किया. अगली सुनवाई 12 फरवरी को होगी. चंडीगढ़, दिल्ली – चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा दखल…

अपने-अपने भारत रत्न ………

भारत रत्न पुरस्कार की चयन पद्धति क्या हो, निर्णय की प्रणाली क्या हो, इसमें कौन-कौन से लोग शामिल होने चाहिए? अभी इस पर बात नहीं हो रही है। अब तक…

मेरी यादों में जालंधर – भाग इकतीस …….भगत सिंह और पाश से जुड़ने के दिन

कमलेश भारतीय चंडीगढ़ के मित्रों के नाम या उनका काम, स्वभाव बताते संकोच नहीं हुआ । इतने दिन में दो बार बड़े भाई जैसे मित्र फूल चंद मानव का कहीं…

खाली हाथ बजट ….. स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक क्षेत्रों में व्यापक सुधार की जरूरत।

2024 का अंतरिम बजट प्रशासनिक रवायत है क्योंकि पूर्ण बजट तो जुलाई में आएगा‚ जिस पर नई सरकार का रिपोर्ट कार्ड़ स्पष्ट नजर आएगा। व्यवसायों को फलने-फूलने के लिए एक…

मेरी यादों में जालंधर- भाग तीस ……… रमेश बतरा- कभी अलविदा न कहना !

कमलेश भारतीय क्या चंडीगढ़ की यादों को समेट लूं ? क्या अभी कुछ बच रहा है ? हां, बहुत कुछ बच रहा है। रमेश बतरा के बारे में टिक कर…

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