Category: देश

पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र के साथ सड़क हादसा, बहू चित्रा की मौत

भारत सारथी/ कौशिक अलवर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे और पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह और उनकी पत्नी चित्रा सिंह के साथ अलवर में…

क्या  “विदेश में सपने देखने का पासपोर्ट”  नए क्षितिज खोज पायेगा?

उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकारों ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की मदद से मुख्य रूप से निर्माण गतिविधियों के लिए इज़राइल जाने के लिए लगभग 10,000 श्रमिकों की भर्ती…

पहले ‘पलटीमार’ नीतीश कुमार नहीं, ये भी हैं दलबदलू

अनेक नेता हैं भारतीय राजनीति के ‘आया राम गया राम’ गयालाल सबसे पहले बने थे ‘आया राम गया राम’ अशोक कुमार कौशिक भारतीय राजनीति में नेताओं का पार्टी बदलना बड़ा…

बापू सेंट स्टीफंस कॉलेज से दलित बच्चों के साथ

आर.के. सिन्हा महात्मा गांधी हमारे स्वाधीनता आंदोलन के सिर्फ नायक या समाज सुधारक मात्र ही नहीं थे। वे नौजवानों और विद्यार्थियों से मिलना-जुलना भी बेहद पसंद करते थे। वे स्कूलों,…

मेरी यादों में जालंधर- भाग चौबीस : हरियाणा से जुड़ा हिसार के रिपोर्टर से पहले रिश्ता….

कमलेश भारतीय फिर एक नया दिन, फिर एक न एक पुरानी याद ! पंजाब विश्विद्यालय की कवरेज के दिनों एक बार छात्रायें अपनी हाॅस्टल की वार्डन के खिलाफ कुलपति कार्यालय…

प्राण प्रतिष्ठा में मुसलमानों की उपस्थिति के संदेश

आर.के. सिन्हा ……… स्तंभकार और पूर्व सांसद अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय प्रख्यात मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना उमेर इलियासी समेत बहुत सारे मुसलमान धर्म गुरुओं की और फ़िल्म…

मेरी यादों में जालंधर – भाग तेइस : वह पहली कहानी के छपने की पुलक…

कमलेश भारतीय यादें भी क्या हैं, आती हैं तो आती ही चली आती हैं, इनका न कोई ओर, न कोई छोर! जैसे पतंग उड़ाने वाली डोर की चरखड़ी, जो लगातार…

मेरी यादों में जालंधर – भाग बाइस : आजकल पासबुक से बड़ी कोई बुक नहीं….

कमलेश भारतीय मित्रो, चल रहा हूँ, यादों की पगडंडियों पर – बिल्कुल बेखबर कि ये मुझे कहां ले जाने वाली हैं पर मैं डरते-डरते चलता जा रहा हूँ । आज…

दिल्ली के कर्तव्य पथ पर समृद्ध और विकसित हरियाणा की दिखी नई पहचान

राखी गढ़ी की पुरानी सभ्यता से लेकर मेट्रो व उद्योगों के बिछे जाल के साथ डिजिटल हरियाणा को देश व दुनिया के सामने दिखाया गया झांकी में हरियाणा की संस्कृति,…

जाने किस घड़ी वक्त का बदले मिज़ाज…..

कमलेश भारतीय यादों से घिरा रहता हूँ, सुबह शाम ! जब जब यादें आती हैं, कितने खट्टे मीठे अनुभव याद कराती हैं और यह भी कि वक्त क्या क्या दिन…