Category: देश

‘बच्चन पांडे’ के लिए जैसलमेर की उड़ान भरेंगे अक्षय कुमार और कृति सेनन

-अनिल बेदाग़- मुंबई : अक्षय कुमार एक व्यस्त एक्टर रहे हैं। अगस्त महीने में स्कॉटलैंड में बेल बॉटम की शूटिंग खत्म करने के बाद अभिनेता ने सिटी स्टूडियो में अपनी…

रियल्टी शोज कितने सच्चे, कितने झूठे ,,,?

-कमलेश भारतीय रियल्टी शोज का अपना संसार है और टीआरपी बढ़ाने के अपने अपने फंडे हैं सबके । रियल्टी शोज कोई नये नहीं हैं । काफी समय से चल रहे…

प्रदूषण को लेकर एनसीसी कैडेटों ने निकाली जागरूकता रैली

पश्चिमी दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की समस्या को लेकर जहां सरकार विभिन्न योजनाएं बना रही है । वही इस प्रदूषण के जंग में एनसीसी कैडेट भी अपनी अहम भूमिका…

गीली मिट्टी की सौंधी ख़ुशबू में संगीत लहरियां

कोरोना प्रावधानों के अंतर्गत सेक्टर 56 में आयोजित हुआ सार्वजनिक कार्यक्रम गुरुग्राम, 1 नवम्बर ( डॉ. अश्विनी शर्मा) : एक ओर जहां कोरोना काल के दौरान सभी सार्वजनिक आयोजनों पर…

मीन साहित्य संस्कृति व मीन की बहार आपके द्वार मंच ने काव्यांजलि के रूप में सरदार पटेल का जन्म दिवस मनाया

मीन साहित्य संस्कृति मंच व मीन की बहार आपके द्वार मंच बहादुरगढ़ झज्जर हरियाणा ने 31/10/2020 को राष्ट्रीय एकता दिवस /लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के जन्म दिवस…

रात हलाला नेक है, उठते नहीं सवाल !राम नाम की दक्षिणा,पर क्यों कटे बवाल !!

लव जिहाद और राणा जैसे बयान दो समुदायों के बीच नफरत पैदा करते है। यह किसी एक राज्य, देश या समुदायों तक सीमित नही बल्कि विश्व्यापी समस्या बनता जा रहा…

उदारता की बजाय पड़ोस में सजगता की जरूरत है

भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और विचारों को रचनात्मक रूप से प्रचारित करके क्षेत्रीय राज्यों के साथ अपने सभ्यतागत संबंधों को और बेहतर बनाया जा सकता है। यह बदले में भारत…

1 नवम्बर से देशभर में बदल जायेंगे ये 7 नए नियम, जान लें वरना होगी परेशानी

1 नवंबर से आपकी जिंदगी में कई बदलाव होने वाले हैं. रसोई गैस के सिलेंडर से लेकर ट्रेनों के टाइम टेबल तक सबकुछ बदलने वाला है. हम आपको यहां पर…

मीडिया से सवाल क्यों नहीं ?

–कमलेश भारतीय मुम्बई के रिपब्लिक टीवी के चीफ एडिटर अर्णब गोस्वामी की रिपोर्टिंग शैली पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं कि मीडिया के…

आखिर क्यों बदल रहे हैं मनोभाव और टूट रहे परिवार ?

भौतिकवादी युग में एक-दूसरे की सुख-सुविधाओं की प्रतिस्पर्धा ने मन के रिश्तों को झुलसा दिया है. कच्चे से पक्के होते घरों की ऊँची दीवारों ने आपसी वार्तालाप को लुप्त कर…