Tag: विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान

अखिल भारतीय आचार्य निबंध प्रतियोगिता में प्रतिमा सिंह को मिला प्रथम पुरस्कार : डॉ. रामेन्द्र सिंह

‘‘विश्व पटल पर भारत का बढ़ता प्रभाव’’ विषय पर आयोजित हुई प्रतियोगिता। सभी प्रदेशों से प्राप्त श्रेष्ठ 177 निबंधों में से 11 निबंध हुए पुरस्कृत। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र,…

‘‘पत्रकारिता में राष्ट्रधर्म’’ विषयक व्याख्यान आयोजित

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 23 सितम्बर : विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान में ‘‘पत्रकारिता में राष्ट्रधर्म’’ विषयक व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पाञ्चजन्य के सम्पादक हितेश…

श्रीमद्भगवद्गीता से श्रेष्ठ, परिपूर्ण और समग्र मार्गदर्शक कोई दूसरा नहीं : डा. शाश्वतानंद गिरि

श्रीमद्भगवद्गीता प्रमाणपत्र कोर्स का समापन समारोह आयोजित वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 1 फरवरी : विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान में आयोजित श्रीमद्भगवद्गीता प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया…

सुखी परिवार के मूल में है बुद्धि और विवेक, परिवार पुष्ट होंगे तभी उन्हें राष्ट्रीय चेतना से जोड़ सकते हैं : महामंडलेश्वर डा. शाश्वतानंद गिरि

विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान में श्रीमद्भगवद्गीता प्रमाण पत्र कोर्स का नौवां दिन वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 23 जनवरी : विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान में श्रीमद्भगवद्गीता प्रमाण पत्र…

बुद्धिपरक है श्रीमद्भगवद् गीता की शिक्षा दृष्टि : महामंडलेश्वर डा. शाश्वतानंद गिरि

ज्ञान और कर्म का सामंजस्य ऐसा हो कि कर्म होते हुए बंधन न हो, यही है गीता की मौलिकता। बुद्धि अपनी ओर देखती है तो दृष्टा, बाहर की ओर देखती…

शरीर, प्राण, मन, बुद्धि और हृदय की सजगता और समग्रता ही है ‘मास्टर की’: डॉ. शाश्वतानंद

स्वस्थ प्राणों का लक्षण है उत्साह, सकारात्मकता और प्रसन्नता,जीवन में सफलता के लिए प्राणों का उत्साहित होना अत्यंत आवश्यक। श्रीमद्भगवद्गीता प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम का शुभारंभ। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 15…

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