साहित्य हिसार मेरी यादें जालंधर कीं ……… ये तेरे प्यार की जादूगरी, छोटे बन जाते बड़े : अशोक गर्ग 14/02/2024 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय यह अशोक गर्ग भी कमाल का आदमी है, इसमें ऐसी जादूगरी है कि समाज के छोटे तबके के लोगों को अपने प्यार से बड़े बना देता है !…
हिसार सफाई के बिना कोई बस्ती शहर नहीं बन सकती, सफाई कर्मचारियों से संवाद व सहयोग ज़रुरी : अशोक गर्ग 23/05/2022 bharatsarathiadmin अजीत सिंह हिसार। मई 23 – सफाई की समुचित व्यवस्था के बिना कोई बस्ती शहर नहीं बन सकती और सफाई कर्मचारियों से संवाद और उनके सहयोग के बिना यह काम…
साहित्य हिसार कमलेश भारतीय की ‘यादों की धरोहर’ के तृतीय संस्करण का विमोचन 16/03/2022 bharatsarathiadmin -रश्मि , हिसार समाज फिर से सुंदर हो जाये , व्यंग्यकार यह काम करता है । व्यंग्यकार व्यंग्य का प्रयोग सैनिक की तरह करता है न कि हत्यारे की तरह…
विचार हिसार अधिकारी या जनसेवक,,,? 10/11/2021 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय अधिकारी होते हैं स्वतंत्र भारत में या जनसेवक ? संविधान के अनुसार संभवतः जनसेवक होते हैं अधिकारी लेकिन जितना ठाठ बाठ इन अधिकारियों का देखने में आता है…
हिसार सफाई कर्मचारियों में स्वाभिमान पैदा करने की कोशिश : अशोक गर्ग 11/07/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय आजकल हिसार नगर निगम के आयुक्त अशोक गर्ग लगातार सफाई कर्मियों के लिए नये नये कार्यक्रम लेकर आ रहे हैं और हर तरफ इनके कार्यों की सराहना हो…
साहित्य हिसार समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करता रहूं , बस इतनी सी इच्छा: अशोक गर्ग 10/12/2020 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करता रह सकूं , इतनी सी इच्छा है । यह कहना है हिसार नगर निगम आयुक्त अशोक गर्ग का । इससे…