Tag: एनसीईआरटी

निजी स्कूलों की मनमानी जारी: महंगी किताबें बेचने पर सरकार की चेतावनियों का भी नहीं असर

गुरिंदरजीत सिंह बोले – “कमीशनखोरी और लापरवाही की गठजोड़ से पिस रहे अभिभावक”, शिक्षा मंत्री की चेतावनियां साबित हो रहीं कागजी भारत सारथी गुरुग्राम। हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था को लेकर…

“एनसीईआरटी बनाम निजी प्रकाशन: एक खुला बाजार” “ज्ञान की दुकानदारी: निजी स्कूलों का नया पाठ्यक्रम”

शिक्षा या कमीशन? निजी स्कूलों की किताबों के पीछे छुपा मुनाफाखोरी का खेल “किताबों के नाम पर व्यापार: निजी स्कूलों की मुनाफाखोरी” निजी स्कूल एनसीईआरटी की सस्ती और गुणवत्तापूर्ण किताबों…

अभिभावकों से अवैध वसूली करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई करे सरकार- हुड्डा

चंडीगढ़, 10 अप्रैल । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने निजी स्कूलों की मनमानी के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर से अभिभावकों की कई…

तार्किक पाठ्यक्रम समय की मांग ……

कुल मिलाकर पाठ्यपुस्तकों से हटाई जाने वाली सामग्री, भारत के भूतकाल और वर्तमान की नकारात्मक धारणा पर आधारित है। यह मानसिकता कमजोर है, और केवल कुछ को हटाकर अपने इतिहास…

स्कूलों की मनमानी, किताबें बनी परेशानी ……. निजी स्कूल बने किताबों के डीलर तो दुकानदार बने रिटेलर

स्कूलों द्वारा तय निजी प्रकाशकों की किताबें एनसीईआरटी की किताबों से पांच गुना तक महंगी हैं। एनसीईआरटी की 256 पन्नों की एक किताब 65 रुपये की है जबकि निजी प्रकाशक…

मूल्य संकट के दौर में शिक्षक करे गौर।

बच्चों के विकास में, शिक्षकों की आदर्श भूमिका सही मूल्यों और गुणों के प्रवर्तक और प्रेरक की होनी चाहिए। इस प्रकार, छात्रों को ज्ञान सीधे चम्मच खिलाने के बजाय, उन्हें…

एनसीईआरटी की डुप्लीकेट पुस्तके : छोटी मछलियों की धर-पकड़ करके बडे मगरमच्छों को बचाया जा रहा : विद्रोही

एनसीईआरटी की डुप्लीकेट पुस्तके महंगे भाव में निजी स्कूल प्रबंधन छात्रों को खरीदने को मजबूर कर रहा हो और शिक्षा विभाग व प्रशासन के उच्च अधिकारियों को इसकी भनक तक…

एनसीईआरटी की नकली पुस्तकों ब्रिकी को लेकर सीएम फलाइग ने छापें मारें ……

लोग हुए इकट्टें व छापे की खबर से व्यापारियों में मचा हड़कंप हांसी । मनमोहन शर्मा एनसीईआरटी स्कूलों की नकली पुस्तकों की बिक्री को लेकर सीएम फलाइग ने हांसी शहर…

बेलगाम शिक्षा व्यवस्था : किताबों में कमीशन का खेल, अभिभावक रहे झेल

स्कूलों की मनमानी, किताबें बनी परेशानी। निजी स्कूल बने किताबों के डीलर तो दुकानदार बने रिटेलर। स्कूलों द्वारा तय निजी प्रकाशकों की किताबें एनसीईआरटी की किताबों से पांच गुना तक…

जब रिश्ते हैं टूटते, होते विफल विधान।
गुरुवर तब सम्बल बने, होते बड़े महान।।

बच्चों के विकास में, शिक्षकों की आदर्श भूमिका सही मूल्यों और गुणों के प्रवर्तक और प्रेरक की होनी चाहिए। इस प्रकार, छात्रों को ज्ञान सीधे चम्मच खिलाने के बजाय, उन्हें…

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