एनसीईआरटी की डुप्लीकेट पुस्तके महंगे भाव में निजी स्कूल प्रबंधन छात्रों को खरीदने को मजबूर कर रहा हो और शिक्षा विभाग व प्रशासन के उच्च अधिकारियों को इसकी भनक तक न हो, यह कैसे संभव है? विद्रोही
एनसीईआरटी डुप्लीकेट पुस्तकों का भांडा तो फूट गया लेकिन इस लूट के पीछे छिपे सरगनाओं को न तो बेनकाब किया जा रहा है और न ही उन्हे चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है : विद्रोही

9 अप्रैल 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि हरियाणा में निजी स्कूलों में एनसीईआरटी की 200 से 950 रूपये की पुस्तके खरीदने की बजाय स्कूल प्रबधक छात्रो को निजी प्रकाशको की 3 से 10 हजार रूपये तक की पुस्तके खरीदने की लूट भाजपा सरकार के उच्च नेताओं व प्रशासन की मिलीभगत बिना संभव नही है। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में अधिकांश निजी स्कूल क्या तो भाजपा-संघ से जुड़े नेताओं के है या प्रशासनिक-पुलिस अधिकारियों, अन्य दलों के नेताओं के है। हरियाणा में निजी स्कूलों पर भाजपा-संघ का कब्जा किसी से छिपा नही है। हरियाणा में भाजपा का राज आने के बाद से ही विगत 8 सालों से एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित 200 से 950 रूपये की पुस्तकों की बजाय ज्यादातर निजी स्कूल प्रबंधन निजी प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित एनसीईआरटी की डुप्लीकेट पुस्तके छात्रों व अभिभावकों को बुक डिपो विशेष से महंगे भावों में 3 से 10 हजार रूपये में पुस्तके खरीदने को बाध्य कर रहे है। 

विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में एनसीईआरटी पुस्तकों की लूट का यह खेल विगत 8 सालों से काफी मजबूत हुआ है। क्या यह लूट सरकार-प्रशासन व निजी स्कूलों की मिलीभगत बिना संभव है? एनसीईआरटी की डुप्लीकेट पुस्तके महंगे भाव में निजी स्कूल प्रबंधन छात्रों को खरीदने को मजबूर कर रहा हो और शिक्षा विभाग व प्रशासन के उच्च अधिकारियों को इसकी भनक तक न हो, यह कैसे संभव है? कुछ जागरूक नागरिकों के प्रयास से एनसीईआरटी डुप्लीकेट पुस्तकों का भांडा तो फूट गया लेकिन इस लूट के पीछे छिपे सरगनाओं को न तो बेनकाब किया जा रहा है और न ही उन्हे चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है। छोटी मछलियों की धर-पकड़ करके बडे मगरमच्छों को बचाया जा रहा है।

विद्रोही ने मांग कि हरियाणा में एनसीईआरटी की डुप्लीकेट पुस्तके छापकर उन्हे दस गुणा ज्यादा भाव में छात्रों को बेचने के लूट के इस खेल की सीबीआई से स्वतंत्र-निष्पक्ष जांच करवाई जाये और इस खेल के पीछे छिपे असली खिलाडियों को पकडा जाये। साथ में छात्रों को लूटने वाले निजी स्कूल के प्रबधकों, डुप्लीकेट पुस्तके छापने वाले प्रकाशकों व शिक्षा विभाग के सभी सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज करके कानून अनुसार दंडित किया जाये और हरियाणा सरकार यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में एनसीईआरटी की डुप्लीकेट पुस्तके किसी भी हालत में प्रकाशित न हो और सभी छात्रों को एनसीईआरटी की पुस्तके सुलभता से उपलब्ध हो। 

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