Tag: योगेन्द्र यादव (अध्यक्ष स्वराज इंडिया).

तंत्र पर लोक की इस विजय से क्या उम्मीद करें …….

योगेन्द्र यादव आख़िर लोकतंत्र में तंत्र पर लोक की विजय हुई। जैसे ही टीवी के पर्दे पर चुनाव का रुझान साफ़ होने लगा, वैसे ही बरबस यह वाक्य मेरे मुँह…

मोदी सरकार के अन्तरिम बजट ने युवाओं, महिलाओं, अन्नदाताओं, गरीबों, और पूरे देश के साथ किया धोखा: योगेन्द्र यादव

कॉरपोरेट मित्रों के मुनाफे के लिए कॄषि बजट में कटौती, सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं में कटौती और शिक्षा का बजट घटाया: अवीक साहा 2 फरवरी 2024 – वित्त मंत्री निर्मला…

लोकतंत्र पर एक अलोकतांत्रिक बहस …………

योगेन्द्र यादव जैसे -जैसे लोकतंत्र का पतन होता है, सार्वजनिक बहस छिछली और बेतुकी होती जाती है। इसका नमूना हाल ही में देखने को मिला। अनएकैडमी नामक ऑनलाइन कोचिंग संस्था…

नूंह की हिंसा के पांच अर्धसत्य ……….

मुस्लिम दंगाइयों द्वारा धार्मिक यात्रा में शामिल हिन्दू श्रद्धालुओं पर सुनियोजित हमला … दो समुदायों के संघर्ष के आगे पुलिस बेबस… योगेन्द्र यादव 31 जुलाई की शाम को नूंह से…

शराबबंदी के हक में क्यों हैं औरतें ……..

योगेन्द्र यादव आई. आई.टी. दिल्ली के 3 शोधकत्र्ताओं की नवीनतम रिसर्च देश के नीति निर्माताओं को शराबबंदी के सवाल पर नए सिरे से सोचने को मजबूर कर सकती है। उन्हें…

मणिपुर के घाव पर नमक न छिड़कें ……..

योगेन्द्र यादव ‘मणिपुर तो सचमुच शर्मनाक घटना है लेकिन हिंसा, हत्या और रेप तो बाकी जगह भी होते हैं, सबके बारे में क्यों नहीं बोलते आप?’’ मैं जानता था बात…

बीजेपी की चाल के डर से सेक्लुयर राजनीति को समान नागरिक संहिता का मैदान नहीं छोड़ना चाहिए

समान नागरिक संहिता के प्रस्ताव को फिर से लाने के पीछे बीजेपी का मकसद विपक्ष को अल्पसंख्यक समुदाय के रूढ़िपरस्त नेतृत्व के साथ दिखाना है और विपक्ष है कि इस…

समान नागरिक संहिता कैसे लागू करें ?

योगेन्द्र यादव भारत के संविधान में आस्था रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए सवाल यह नहीं होना चाहिए कि समान नागरिक संहिता (यूनिफॉर्म सिविल कोड) होनी चाहिए या नहीं।…

राजनीति की शिकार हुईं एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकें

योगेन्द्र यादव हाल ही में एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकों में हेरफेर पर हुआ विवाद एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। क्या भारत को लोकतंत्र की जननी साबित करने को लालायित…

मोदाणी सिर्फ एक चुस्त मुहावरा नहीं, राजसत्ता और पूंजी के बीच जादू की झप्पी का एक नया मॉडल है

मोदाणी मॉडल की खासियत यह है कि व्यवसायिक घरानों से गहरे रिश्ते गांठने से मोदी का इकबाल कम नहीं हुआ है. बल्कि सत्ता डंके की चोट पर उगाही कर रही…

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