रच चुके हैं संस्कृत के अनेक ग्रंथ, भारत संस्कृत परिषद ने जताया आभार

गुरुग्राम। हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा विगत दिवस वर्ष 2019 और 2020 के लिए संस्कृत पुरस्कारों की घोषणा की गई है। इसमें भारत संस्कृत परिषद् हरियाणा के प्रांत अध्यक्ष गुरुग्राम निवासी आचार्य डॉक्टर सत्येंद्र प्रकाश सत्यम् का संस्कृत के सर्वोच्च सम्मान महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। इस पर अनेक सामाजिक और संस्कृत से जुड़ी हुई संस्थाओं ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री और चयन समिति के विभिन्न विद्वानों का आभार प्रकट किया है और डॉ. सत्येन्द्र प्रकाश सत्यम को बधाई दी है।

 जानकारी देते हुए भारत संस्कृत परिषद् हरियाणा के प्रांत महामंत्री डॉ. अश्विनी शर्मा ने बताया कि आचार्य सत्येंद्र प्रकाश सत्यम अभी तक दर्जन से अधिक संस्कृत ग्रंथों की रचना कर चुके हैं। उन्हें भारतवर्ष के प्रख्यात व्याकरण मनीषी, प्रसिद्ध दार्शनिक और संस्कृत के लिए पूर्ण समर्पित देशभक्त के रूप में जाना जाता है। डॉक्टर सत्यम् लगभग 50 वर्षों से संस्कृत के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित हैं और विभिन्न संस्कृत निष्ठ कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं तथा सभी को प्रेरित करते हैं। भारत संस्कृत परिषद् डॉ. सत्येन्द्र प्रकाश के चयन के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी, हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री जी और चयन समिति के सभी मनीषियों का इस उपयुक्त चयन के लिए आभार व्यक्त करती हैं।

प्रांत महामंत्री डॉ.अश्विनी शर्मा ने बताया कि भारत संस्कृत परिषद् , हरियाणा के अन्य सदस्यों में  संरक्षक डॉ. सुधीर कुमार जी को वर्ष 2019 का महर्षि विश्वामित्र सम्मान, प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ. मुरलीधर शास्त्री जी को विशिष्ट संस्कृत सेवा सम्मान और भिवानी जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल शास्त्री जी को उनकी पुस्तक के लिए चयनित किया गया है। भारत संस्कृत परिषद् ने सभी को बधाई दी है। प्रदेश की विभिन्न सामाजिक सांस्कृतिक एवं संस्कृत निष्ठ संस्थाओं ने चयनित होने वाले सभी विद्वानों को बधाई प्रेषित की है।