रोहतक, 25 अक्टूबर। ‘रिश्ते जब आपसी समझ और प्यार पर आधारित न होकर स्वार्थों से संचालित होते हैं, तो एक दिन अपेक्षाओं के बोझ से अपने आप ही टूट जाते हैं। परंतु टूटते रिश्ते जो जख्म देते हैं, वे इंसान को भीतर तक तोड़ देते हैं।’ टूटते रिश्तों की इसी पीड़ा को बयां किया ‘संडे थियेटर फेस्टिवल’ के इस बार के नाटक ‘टू बी कंटीन्यूड’ ने। सप्तक रंगमंडल, लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफोर्मिंग आर्ट्स, पठानिया वर्ल्ड कैंपस और सोसर्ग के संयुक्त तत्वावधान में हुई इस प्रस्तुति में एक नाटक निर्देशक और कलाकारों के आपसी रिश्तों के माध्यम से दिखाया गया कि किस तरह गुरु-शिष्य व प्रेमी-प्रेमिका के बीच एक-दूसरे का अधिक से अधिक फायदा उठाने की होड़ मची है। इसके कारण न गुरु-शिष्य के रिश्तों में भरोसा बचा है और न ही प्रेम संबंधों में अपनापन। सुरेन्द्र सागर के लिखे और निर्देशित किए गए इस नाटक की कहानी एक निर्देशक, उसकी प्रेमिका और एक नए कलाकार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो निर्देशक की प्रेमिका का ध्यान आकर्षित करता है। निर्देशक को नए कलाकार के साथ अपनी प्रेयसी का बात करना अच्छा नहीं लगता और वह न केवल उसको इग्नोर करने लगता है, बल्कि उसे बेइज्जत करता है और उसे नाटक से निकालने का मन बना लेता है। उनके रिश्तों में इतनी दूरी आ जाती है कि नया कलाकार हीरोइन को अपने साथ समूह छोड़ने के लिए तैयार कर लेता है। इसी दौरान निर्देशक उन दोनों को निकालकर नए कलाकारों को भर्ती कर लेता है। “टू बी कंटीन्यूड” नाम के अनुरूप नाटक यह भी दिखाता है कि थिएटर किसी के लिए नहीं रुकता, यह उद्योग निरंतर चलता रहता है। बियॉन्ड इमेजिनेशन थियेटर ग्रुप दिल्ली के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत इस नाटक का मंचन सुपवा के मिनी थियेटर में हुआ। नाटक में तरुण भारद्वाज, आदित्य वत्स, निका, आर्यन चंद्रा, दामिनी पटेल ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। प्रकाश व्यवस्था अविनाश तिवारी की रही और संगीत आर्यन ने दिया। नाटक से पूर्व सुपवा के विद्यार्थी विशाल कुमार ने नाटक के एक दृश्य का मंचन कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच संचालन अजय कुमार और प्रेरणा शर्मा ने किया। नाटक का शुभारंभ सुपवा के फिल्म एवं टीवी विभाग के अध्यक्ष जतिंदर शर्मा, सप्तक के अध्यक्ष विश्वदीपक त्रिखा और सुरेंद्र सागर ने दीप प्रज्वलित करके किया। मंचन के दौरान सुपवा के विद्यार्थियों के अलावा प्रो. राजेन्द्र शर्मा, पत्रकार धर्मेंद्र कंवारी, डॉ. नक़वी, ब्रह्मप्रकाश, सिद्धार्थ भारद्वाज, जगदीप जुगनू, शक्ति सरोवर त्रिखा, अविनाश सैनी, विकास रोहिल्ला, गुलाब सिंह, सुजाता रोहिल्ला, रिंकी बत्रा, मनोज कुमार सहित शहर की अनेक नागरिक उपस्थित रहे। Post navigation महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य सेवााओं के लिए किया विस्तार, 2.23 लाख करोड रुपये का किया गया है प्रावधान :- अरविंद शर्मा