– महोत्सव के तहत आयोजित होने वाली गतिविधियों का तैयार होगा कैलेंडर – 31 अक्तुबर को हरियाणा दिवस की पूर्व संध्या पर महोत्सव से जोड़कर सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे आयोजित गुरुग्राम, 25 अक्तूबर। देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव को जन आंदोलन बनाने को लेकर आज हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन ने चण्डीगढ़ मुख्यालय से प्रदेश के सभी उपायुक्तों के साथ वीडियों कॉन्फें्रसिंग बैठक की जिसमें उन्होंने निर्देश दिए कि जिला स्तर पर होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को आजादी के अमृत महोत्सव के साथ जोड़ा जाए। बैठक में बताया गया कि इस महोत्सव की अवधि अब बढाकर 15 अगस्त 2023 तक कर दी गई है। पहले केंद्र सरकार द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार आजादी का अमृत महोत्सव मार्च 2021 से शुरू होकर 15 अगस्त 2022 तक मनाया जाना था, परंतु अब सरकार ने इस महोत्सव की अवधि एक साल और बढा दी है। मुख्य सचिव ने सभी उपायुक्तों को इस अनुरूप अपने-अपने जिला में आयोजित करवाए जाने वाले कार्यक्रमांे का कैलेंडर तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ यह भी कहा गया है कि इस महोत्सव को जन आंदोलन बनाने के लिए इसके ‘लोगो’ अर्थात् प्रतीक चिन्ह् का प्रयोग सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म, सरकारी स्टेशनरी, विज्ञापनों, सरकारी विभागों की वैबसाईट तथा सभी प्रकार के सरकारी पत्राचार आदि में किया जाएगा। यही नहीं, महोत्सव को सांस्कृतिक, शैक्षणिक, ऐतिहासिक आदि गतिविधियों के साथ जोड़ा जाएगा जिसमें मुख्य रूप से देश के आजादी आंदोलन से लेकर उन्नति के 75 वर्ष और भविष्य के वीजन को समाहित किया जाएगा। बैठक में उपस्थित मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न भागों में आजादी आंदोलन से जुड़ी स्मृतियां अथवा स्थल हैं, जिनको इस महोत्सव के साथ जोड़कर उनकी कहानी आम जनता के सामने लाई जा सकती है। इसमें उस ऐतिहासिक गांव अथवा कस्बे के लोगों को भी शामिल किया जा सकता है। उन्हांेने कहा कि इस बार गीता जयंती तथा सूरजकुण्ड क्राफट्स मेले में भी आजादी के अमृत महोत्सव की छटा दिखाई देगी। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल ने महोत्सव के अंतर्गत आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेशवासियों की भागीदारी से आजादी के अमृत महोत्सव पर फोकस करते हुए एक कैलेंडर तैयार किया जाएगा जो प्रदेशवासियों में वितरित किए जाएंगे ताकि महोत्सव का संदेश प्रदेश के हर घर में पहुंचे। श्री उमाशंकर ने यह भी कहा कि हरियाणा दिवस की पूर्व संध्या पर 31 अक्तुबर को आजादी के अमृत महोत्सव से जोड़कर हर जिला में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें प्रदेश के सांस्कृतिक कार्य विभाग की ओर से भेजे जाने वाले कार्यक्रमों के अलावा, स्थानीय कलाकारों तथा स्कूल व कॉलेज की बेहतरीन प्रस्तुतियों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस अवसर पर गुरूग्राम जिला मंे उपायुक्त डा. यश गर्ग, अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, नगराधीश सिद्धार्थ दहिया, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनु श्योकंद, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग से संयुक्त निदेशक आर एस सांगवान भी उपस्थित थे। Post navigation अवैध होर्डिंग बोर्ड के खिलाफ नगर निगम गुरूग्राम की कार्रवाई यौन उत्पीड़न निरोधक अधिनियम-2013 को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित