· दीपेन्द्र हुड्डा को सुनने के लिये उमड़े लोग, चुनाव प्रचार में आई गर्मी · दीपेंद्र हुड्डा ने बीजेपी जेजेपी सरकार पर हमला कर उसे सिद्धांतहीन, नापाक गठबंधन बताया · किया सवाल, अभय सिंह चौटाला ने इस्तीफा क्यों दिया और जब दे दिया तो फिर चुनाव क्यों लड़ रहे? क्या तीनों काले क़ानून सरकार ने वापस ले लिये? · सरकार ने डीजल का रेट दोगुना और धान का आधा कर दिया; 2022 में सिर्फ 2 महीने बाकी, किसान की आमदनी दोगुनी कैसे होगी – दीपेंद्र हुड्डा चंडीगढ़, 25 अक्टूबर। ऐलनाबाद विधान सभा के चुनाव प्रचार में आज उस समय गर्मी आ गई जब कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में सांसद दीपेन्द्र हुड्डा लगभग दो दर्जन विधायक और पूर्व विधायकों के साथ चुनाव प्रचार में जुट गये। दीपेंद्र हुड्डा ने चाहरवाला, गांव कुम्हारिया, गांव रामपुरा ढिल्लों और गांव मल्लेकन में चुनावी जनसभाएं कर ऐलनाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी पवन बेनीवाल के पक्ष में प्रचार किया और उन्हें भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की। जनसभाओं में उन्हें सुनने के लिये बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े थे। दीपेंद्र हुड्डा ने एक ओर बीजेपी जेजेपी सरकार पर सीधा हमला करते हुए उसे सिद्धांतहीन, नापाक गठबंधन बताया। वहीं, दूसरी ओर उन्होंने सवाल उठाया कि अभय सिंह चौटाला ने इस्तीफा क्यों दिया और इस्तीफ़ा दे दिया था तो अब चुनाव क्यों लड़ रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जिस दिन अभय सिंह ने इस्तीफा दिया उस दिन और आज के दिन की परिस्थिति में कोई फर्क नहीं आया। जिस मुद्दे को लेकर उन्होंने इस्तीफा दिया वो आज भी ज्यों का त्यों है। क्या सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस ले लिये? यदि नहीं, तो फिर उनके चुनाव लड़ने का क्या औचित्य है। सांसद दीपेंद्र ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा लिये गये जनहित के फैसलों की चर्चा करते हुए कहा कि आज भी हर वर्ग उस सरकार के कामों को याद करता है। उन्होंने कर्ज की वसूली के लिये किसान की गिरफ्तारी और जमीन निलामी जैसे काले कानूनों को खत्म करके किसानों को बड़ी राहत दी थी। प्रदेश का किसान आज भी कहता है कि चौटाला तेरे राज में जीरी गयी ब्याज में और हुड्डा तेरे राज में जीरी गयी जहाज में। जबकि, सरकार में बैठी भाजपा-जजपा में से किसी ने भी अपने घोषणा पत्र के वायदों को पूरा नहीं किया। हरियाणा की गठबंधन सरकार किसानों को खत्म करने की नीति पर काम कर रही है। उसने किसान आयोग को ही खत्म कर दिया। बीजेपी-जेजेपी सरकार ने धीरे-धीरे करके कांग्रेस की हुड्डा सरकार द्वारा चलाई गई हर कल्याणकारी योजना को खत्म कर दिया है। इसका खामियाजा प्रदेश के हर किसान, गरीब व आमजन को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार में डीजल के भाव दोगुने और धान के भाव आधे हो गये। 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कहने वाली सरकार बताए कि 2022 आने में केवल 2 महीने रह गये हैं। ऐसे में फसलों के रेट आधे और डीजल का रेट दोगुना करके किसान की आमदनी को दोगुना कैसे करेगी सरकार। इस दौरान विधायक जगबीर मलिक, विधायक राव दान सिंह, विधायक शकुंतला खटक, डॉ. के.वी. सिंह, विधायक बी.एल. सैनी, विधायक मामन खान, विधायक मोहम्मद इलियास, विधायक सुरेंद्र पंवार, विधायक नीरज शर्मा, विधायक सुभाष गांगोली, विधायक इंदुराज नरवाल, विधायक बलबीर बाल्मिकी, विधायक शीशपाल केहरवाल, पूर्व विधायक प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, पूर्व विधायक जरनैल सिंह, पूर्व विधायक एम.एल. रंगा, हनुमान जाखड़, मलकीत सिंह खोसा, चक्रवर्ती शर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे। Post navigation 26 नवंबर 2020 को हुई राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग लेने की हड़ताल अवधि को देय अवकाश मानने का निर्णय जय किसान आंदोलन ने एसकेएम के 26 अक्टूबर को किसान विरोध के आह्वान का समर्थन किया