वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कैथल 24 अक्तूबर :- आज रविवार को षड्दर्शन साधु समाज हरियाणा की बैठक स्वामी गुलाब दास उदासीन आश्रम सीवन गेट कैथल मे षड्दर्शन साधु समाज हरियाणा के अध्यक्ष परम आदरणीय परमहँस ज्ञानेश्वर जी महाराज की अध्यक्षता मे हुई इस बैठक मे षड्दर्शन साधु समाज के पदाधिकारियों सहित षड्दर्शन साधु समाज समिति के महन्त व सन्त इकट्ठा हुए इस बैठक की कार्यवाही ओम की ध्वनि के शब्द के साथ प्रारंभ हुई । बैठक मे सर्वप्रथम भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष बहृमलीन स्वामी नरेन्द्र गिरी जी महाराज को श्रद्धाँजली दी गई और साथ कुछ और सन्त जो हमारे षड्दर्शन साधु समाज मे कार्यरत थे करोना काल मे हमारे बीच नहीं रहे उनको भी श्रद्धांजलि दी गई बैठक की कार्यवाही को आगे बढाते हुए संगठन को मजबूत व विस्तार करने हेतु विचार विमर्श किया गया । इस के साथ ही समाज में फैल रही कुरीतियों व विशेष करके हिन्दुस्तान के अंदर फैल रहे धर्म उन्माद पर चिंता व्यक्त की गई । विशेष कर हिन्दू समाज पर मण्डरा रहे काले बादल पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई और साधु समाज ने आज की इस मिटिंग के माध्यम से यह सन्देश दिया देश के अंदर भाई चारा कायम रहे ताकि जिससे देश मजबूत बने इस समय देश बडे़ नाजुक दौर से गुजर रहा है देश के अन्दर एकता बने देश अखन्ड रहे सब परस्पर प्रेम से रहे षड्दर्शन साधु समाज ने निर्णय किया कि साधु समाज का संगठन हरियाणा के हर जिले के अंदर जाकर षड्दर्शन साधु समाज शान्ति और भाई चारे का हर सम्भव प्रयास करेगा साथ ही षड्दर्शन साधु समाज अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार भी करेगा। इसके साथ साधु समाज मे आने वाली सब समस्याओं मे एक जुट हो कर उनका निदान भी करेगा षड्दर्शन साधु समाज ने पहले भी चाहे कोई प्रकृति आपदा आई हो या करोना काल का समय रहा हो। सरकार व प्रशासन के साथ कन्धे से कन्धा मिला कर सहयोग किया है और आगे भी समाज सेवा करने मे पीछे नहीं है। इस बैठक मे षड्दर्शन साधु समाज हरियाणा के कोषाध्यक्ष महन्त महेश मुनि कुरुक्षेत्र, षड्दर्शन साधु समाज के महासचिव महन्त ईशवर दास कैथल, संगठन मन्त्री महन्त तरण दास पिहोवा, संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, सचिव महन्त राजेंद्र दास गढी बीरबल करनाल, कार्यालय सचिव महन्त अरविंद दास कुरुक्षेत्र, महन्त सुनील दास फरल, महन्त लाल गिरी पिहोवा ,महन्त शंकर दास सीवन, सन्त अशीष कैथल, साध्वी सनहे लता, आदि और भी सन्त उपस्थित रहे। Post navigation डीएपी के लिए प्रदेश का किसान परेशान, सरकार उदासीन- रणदीप सुरजेवाला सभी भारतीय लोगों को मिलकर वैदिक संस्कृति के अभ्युदय का प्रयास करना चाहिए : ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी