भाजपा सरकार के मंत्री-संतरी, सांसद, विधायक, प्रशासन रोज मीडिया में बयान दागते है कि किसानों को बाजरा सहित फसलों का एमएसपी मिलेगा व इस क्षेत्र में डीएपी खाद कीे कमी नही रहने दी जायेगी पर जमीनी हकीकत एकदम विपरित : विद्रोही रेवाड़ी, 23 अक्टूबर 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि बाजरा की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद व डीएपी खाद की उपलब्धता पर भाजपा खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाणा के किसानों के साथ क्रूर मजाक कर रही है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार के मंत्री-संतरी, सांसद, विधायक, प्रशासन रोज मीडिया में बयान दागते है कि किसानों को बाजरा सहित फसलों का एमएसपी मिलेगा व इस क्षेत्र में डीएपी खाद कीे कमी नही रहने दी जायेगी। पर जमीनी हकीकत तो मंत्रीयों, सांसदों, विधायकों व प्रशासन के दावों के एकदम विपरित है। भाजपा खट्टर सरकार के लाख दावों के बावजूद भी बाजरा मंडियों में 1100 से 1300 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से पिट रहा है। किसान खुलेआम लूट रहा है और संघी इस लूट को रोकने की बजाय जुमलेबाजी करके किसानों को जलों घावों पर नमक छिडकने का काम कर रहे है। विद्रोही ने कहा कि इसी तरह संघीयों व प्रशासन की ओर से रोज बयान आता है कि डीएपी खाद की कमी नही रहेगी, फलां तारीख तक किसानों को पर्याप्त खाद मिल जायेगा पर जमीन पर खाद नही, खाद लेने के लिए किसानों को मजबूर होकर अपने परिवार की महिलाओं को दिनभर लाईनों में लगाने के बाद भी नतीजा ढाक के तीन पात रहता है। किसान खुद खेत में काम करते है और घर की महिलाओं को खाद लेने के लिए लाईन में लगाते है, फिर भी बिजाई के लिए खाद नही मिलता। पर पुलिस की लाठियां, घुडकियां व खाद मिलने की तारीख पर तारीख देकर बैरंग घर लौट आता है। भाजपा सरकार, प्रशासन, भाजपा सांसद, विधायकों का यह असंवेदनशील रवैया किसानों के साथ क्रूर मजाक नही तो और क्या है? विद्रोही ने मांग की कि सरकार जुमलेबाजी से किसानों को ठगने व उनसे मजाक करके उनकी परेशानी बढाने की बजाय पर्याप्त मात्रा में खाद की तत्काल व्यवस्था करे और बाजरे की फसलों को अपने वादे अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल 2250 रूपये प्रति क्विंटल भाव से खरीदकर किसानों को खुली लूट से बचाये। Post navigation ऐलनाबाद उपचुनाव में नियमों की उड़ाई धज्जियां: डॉ राजपाल यादव अहीरवाल का सरकारी शिक्षण संस्थान ढांचा आधा अधूरा लडखडाया हुआ है : विद्रोही