हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का एक बार फिर ट्रांसफर हो गया है, जो कि उनकी 29 साल की सर्विस में 54वां तबादला है. अकसर चर्चाओं में रहने वाले इस तेजतर्रार अफसर को फिर से विज्ञान एवं तकनीकी विभाग में बतौर प्रधान सचिव तैनाती मिली है. रोहतक. हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका एक बार फिर ट्रांसफर को लेकर चर्चा में हैं. अपने ट्वीट और कार्यशैली को लेकर अकसर चर्चाओं में रहने वाले खेमका का 29 साल की सर्विस में 54वीं बार तबादला हुआ है. इस बार उनको हरियाणा के अभिलेख, पुरातत्व एवं संग्रहालय के प्रधान सचिव से एक बार फिर विज्ञान एवं तकनीकी विभाग में बतौर प्रधान सचिव तैनाती मिली है. खेमका को अमित झा को हटाकर ये जिम्मेदारी दी गयी है. इस बार अशोक खेमका को जजपा कोटे के इकलौते राज्यमंत्री अनूप धानक के महकमे से हटाकर करीब दो साल बाद फिर से कैबिनेट मंत्री अनिल विज के साथ लगाया गया है. वहीं, उनको मत्स्य विभाग की भी जिम्मेदारी मिली है जो कि कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल के पास है. अनिल विज से खूब बैठती है पटरी बता दें कि आईएएस अफसर अशोक खेमका की राज्य के कैबिनेट मंत्री अनिल विज की पटरी खूब बैठती रही है. खेल विभाग के प्रधान सचिव रहते खेमका को खेल मंत्री के नाते अनिल विज ने उनकी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट में 10 में से 9.92 अंक दे दिए थे. इसके साथ विज ने कहा था कि उन्होंने तीन साल में 20 से अधिक आईएएस अफसरों के साथ काम किया, लेकिन कोई भी अधिकारी उनके करीब नहीं था. विज के इस बयान के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खेमका के अंक घटाते हुए प्रतिकूल टिप्पणी की थी और यह विवाद हाईकोर्ट तक पहुंच गया था. 2012 में चर्चा में आए थे आईएएस अधिकारी खेमका का नाम 2012 में चर्चा में आया था, जब उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति राबर्ट वाड्रा की कंपनी और रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए जमीन सौदे को रद्द कर दिया था. इसके बाद से उनके लगातार ट्रांसफर हो रहे हैं. वहीं, उन्होंने अपने 51वें तबादले के बाद कहा था कि अब तो लगता है कि जैसे भेजा फ्राई हो गया है. Post navigation घोटालों की भेंट चढ़ीं भर्तियां, युवाओं को मजबूरी में सड़कों पर संघर्ष करना पड़ रहा – दीपेंद्र हुड्डा महम चौबीसी सर्वखाप पंचायत की तरफ से विधायक बलराज कुंडू को किया गया चौबीसी रत्न से सम्मानित