चंडीगढ़, 22 अक्तूबर – हरियाणा संस्कृत अकादमी ने वर्ष 2019 और 2020 के लिए पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। अकादमी के निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि वर्ष 2019 के लिए प्रो.अभिराज राजेन्द्र मिश्र (हिमाचल प्रदेश) और वर्ष 2020 के लिए प्रो. डॉ. मान सिंह (उत्तराखंड) को संस्कृत साहित्यालंकार सम्मान के लिए चुना गया है। सम्मान के लिए चयनित सभी साहित्यकारों को जल्द ही समारोह आयोजित कर ये पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।       

उन्होंने बताया कि हरियाणा संस्कृत गौरव सम्मान वर्ष 2019 के लिए प्रो.सुधीकान्त भारद्वाज (दिल्ली) को, वर्ष 2020 के लिए कैप्टन रामभगत (महेन्द्रगढ़) और महर्षि वाल्मीकि सम्मान वर्ष 2019 के लिए डॉ. सत्येंद्र प्रकाश (गुरुग्राम) का तथा वर्ष 2020 के लिए प्रो. वीरेंद्र कुमार अलंकार (गोहाना) का चयन किया गया है। आचार्य स्थाणुदत्त सम्मान के लिए वर्ष 2019 हेतु डॉ. दिव्या त्रिपाठी (पंचकूला), वर्ष 2020 के लिए डॉ. जगदीश प्रसाद शर्मा (यमुनानगर) तथा महर्षि वेदव्यास सम्मान के लिए वर्ष 2019 हेतु डॉ. राधेश्याम शर्मा (करनाल) व वर्ष 2020 के लिए डॉ. जयभगवान शर्मा (झज्जर) का चयन किया गया है।

डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि महर्षि विश्वामित्र सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिए डॉ. सुधीर कुमार (पंचकूला), वर्ष 2020 हेतु डॉ. देवी सिंह (जीरकपुर) तथा महाकवि बाणभट्ट सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिए डॉ. सुधीर कुमार आर्य (दिल्ली) और वर्ष 2020 के लिए सुशील कुमार शास्त्री (हिसार) को चयनित किया गया है। गुरु विरजानंद आचार्य सम्मान’ हेतु वर्ष 2019 के लिए आचार्य हरिदत्त(रोहतक) तथा  विद्या मार्तण्ड पं. सीताराम शास्त्री आचार्य सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिए श्रीमती कुसुम लता (कुरुक्षेत्र) व वर्ष 2020 के लिए आचार्या सीमा रानी (कुरुक्षेत्र) को चुना गया है।

उन्होंने बताया कि विशिष्ट संस्कृत सेवा सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिए डॉ. मुरलीधर शास्त्री (भिवानी) और वर्ष 2020 के लिए डॉ. अशोक कुमार मिश्र (अम्बाला)  को चुना गया है। पंडित युधिष्ठिर मीमांसक आचार्य सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिए आचार्य हिमांशुधर (भिवानी), वर्ष 2020 के लिए आचार्य देवेंद्र कुमार (सोनीपत )को चुना गया है। स्वामी धर्मदेव संस्कृत समाराधक सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिए भगवती आर्य, कन्या गुरुकुल जसात(गुरुग्राम) व वर्ष 2020 के लिए रतिराम संस्कृत महाविद्यालय (जींद) का चयन किया गया है।

अकादमी के निदेशक ने आगे जानकारी दी कि पुस्तक-पुरस्कारों में ‘गद्य विधा’ वर्ग में वर्ष 2019 के लिए डॉ. जितेन्द्र कुमार (पंचकूला) को उनकी पुस्तक ‘मम सांस्कृतिक यात्रा’ के लिए चुना गया है। वर्ष 2020 में ‘पद्य विधा’ में श्री जयपाल शास्त्री (भिवानी) को उनकी पुस्तक ‘अथ-काव्यमिदं में जीवनपाथेयं के लिए’ डॉ. पीयूष अग्रवाल (अम्बाला) की पुस्तक ‘नाट्यत्रयम्’ (नाटक) का चयन किया गया है।

उन्होंने बताया हरियाणा संस्कृत अकादमी संस्कृत के प्रचार प्रसार के कार्य में लगी हुई है। इससे पहले अकादमी वर्ष 2017 और 2018 के भी पुरस्कारों की भी घोषणा कर चुकी है। जल्द ही इन चारों वर्षों के लिए चयनित साहित्यकारों को समारोह आयोजित कर ये सम्मान प्रदान किए जाएंगे।

डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि संस्कृत साहित्यालंकार सम्मान और हरियाणा संस्कृत गौरव सम्मान के लिए साहित्यकार को दो लाख रुपए की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। इसी तरह महर्षि वाल्मीकि सम्मान,आचार्य स्थाणुदत्त सम्मान, महर्षि वेदव्यास सम्मान, महर्षि विश्वामित्र सम्मान के लिए डेढ़ लाख रुपए प्रदान किए जाते हैं। इनके अलावा, महाकवि बाणभट्ट सम्मान, गुरु विरजानंद आचार्य सम्मान, विद्या मार्तण्ड पंडित सीताराम शास्त्री आचार्य सम्मान, पंडित युधिष्ठिर मीमांसक आचार्य सम्मान ,स्वामी धर्मदेव संस्कृत समाराधक सम्मान और विशिष्ट संस्कृत सेवा सम्मान के लिए एक लाख की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। पुस्तक-पुरस्कार के लिए 31 हजार रुपए प्रदान किए जाते हैं।

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