कितलाना टोल पर पुतले फूंक किसानों ने जताया रोषव्यापार मण्डल भिवानी के प्रधान जे0पी0 कौशिक ने किसान आन्दोलन का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि व्यापारी और किसान-मजदूर का चोली दामन का है साथ। चरखी दादरी जयवीर फोगाट 15 अक्तूबर,संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर कितलाना टोल पर लखीमपुर खीरी तिकोनिया में कथित रूप से केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे द्वारा शान्तिपूर्ण रूप से जा रहे किसानों को गाडिय़ों से कुचलने और पांच किसानों की निर्मम हत्या के विरोध में प्रधानमन्त्री, गृह मन्त्री सहित राज्य के मुख्यमन्त्री के विरोध स्वरूप पुतले फूंके गए। इस घटना को लेकर आज भी किसानों में उसी तरह का क्षोभ व गुस्सा नजर आया, जो आजादी से पहले जलियांवाले बाग हत्याकांड में अंग्रेज शासकों के खिलाफ नजर आता था। इस अवसर पर किसानों को सम्बोधित करते हुए सांगवान खाप चालिस के प्रधान व दादरी से विधायक सोमबीर सांगवान ने आरोप लगाया कि लखीमपुर खीरी में सरकार की सोची समझी योजना के तहत पांच निहत्थे किसानों की हत्या कर दी गई व सेंकड़ो घायल हो गए, हमारे राज्य के उपमुख्यमन्त्री द्वारा पीडि़त परिवारों के सहानुभूति का एक शब्द तक नहीं कहा गया, जबकि उन्होंने भाजपा के विरोध में तथा किसान हित के लिए चुनाव लडक़र 10 सीटेंं हासिल की थी। वे आज भाजपा रूपी कुशासन के खेवैया बने हुए हैं, यह किसान नेता व हरियाणा निर्माता चौ0 देवीलाल की विरासत पर धब्बा लगाने का काम कर रहे हैं। उन्होने कहा कि आज़ मकड़ौली टोल पर होने वाली महापंचायत खट्टर सरकार को हिलाने का काम करेगी। व्यापार मण्डल भिवानी के प्रधान जे0पी0 कौशिक ने किसान आन्दोलन का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि आज व्यापारी भाई भी सरकार की नीतियों से तंग आ चुके हैं। आगे उन्होंने कहा कि व्यापारियो और किसान-मजदूर का चोली दामन का सम्बध है। जब किसान की जेब में कमाई से पैसा आएगा तो व्यापारियों का व्यवसाय भी फले-फूलेगा और मजदूर को काम मिलेगा। यह दोनों का आन्दोलन है और जब तक सरकार मांगे नहीं मान लेती तब तक अमरोही कंधे से कंधा मिलाकर इसे सफल बनाने के लिए दिन रात कंधे से कंधा मिलाकर ऐसे ही चलते रहेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के कानूनी सलाहकार अमित घिकाड़ा ने कहा कि यह आन्दोलन अकेला किसान का ना होकर देश की आजादी, सम्प्रभुता, लोकतन्त्र व आत्मनिर्भरता बचाने का भी है। यदि इस समय हम चुक गए, तो आगामी पीढिय़ां कभी हमें माफ नहीं करेंगी। टोल पर चलने वाले 295वें दिन के धरने की अथ्यक्षता सांगवान खाप से नरसिहं सांगवान डीपीई, स्योराण खाप से बिजेन्द्र बेरला, किसान सभा से ईश्वर कोंट, पंवार खाप से बलवन्त रानीला, युवा कल्याण संगठन से डा0 राजू गोरीपुर, किसान नेता गंगाराम स्योराण, मास्टर राज सिंह जताई, मीरसिंह निमड़ीवाली, ओमप्रकाश दलाल, महिला नेत्री प्रेम शर्मा कितलाना, सन्तोष देशवाल व मामकौर डोहकी ने संयुक्त रूप से की। मंच संचालन किसान सभा के कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर सुरजभान झोजू, रणधीर घिकाड़ा, सुरेन्द्र कुब्जा नगर, बलबीर बजाड़, सत्यवान बलियाली, कप्तान रामफल डोहकी, रामफल देशवाल, रामोतार बलयाली, तेलूराम यादव, भोलू खान, चन्द्र चमार छपार, धर्मबीर शर्मा कितलाना, रामधारी शर्मा, जगप्रवेश प्रजापति, बुजनराम जांगड़ा, प्रकाश जांगड़ा, ओमप्रजापति डोहकी, सुबेदार सतबीर सिंह, समुन्द्र सिंह धायल शामिल थे। Post navigation केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करना होगा : संयुक्त किसान मोर्चा धर्म निरपेक्ष राष्ट्र के सच्चे धोतक थे डा. अब्दुल कलाम