कोरे कागज साइन कर देता हूं, मैं गलत हूं तो इस्तीफा लिखकर चंडीगढ भेज देना : कृषि मंत्री जेपी दलाल लोहारू (भिवानी) 07 अक्टूबर। भिवानी में बुधवार को कॉलेज में कार्यक्रम के दौरान हुए हंगामे के बाद बृहस्पतिवार को कृषि मंत्री जेपी दलाल पहाड़ी गांव में विरोधियों पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की पक्षधर और किसान हितैषी है, पर किसान के नाम पर गुंडागर्दी सहन नहीं होगी। किसान आंदोलन का चौला ओढकर विपक्षी लोग मर्यादा की सभी सीमाएं लांघते जा रहे हैं। भाजपा राजधर्म में विश्वास करती है, और उसे निभाते हुए संयम, धैर्य और शांति से अब तक सब कुछ सहन करती आ रही है। पर, हर बात की एक सीमा होती है। महाभारत में भी भगवान श्री कृष्ण को राक्षसों का संहार करना पड़ा था। जेपी दलाल ने कहा कि लोकतंत्र में आंदोलन करने का सबको हक है। पर, किसान को आगे कर असमाजिक तत्व गुंडागर्दी कर रहे हैं। बुधवार को इसी वजह से भिवानी जिले की प्रतिभावान बेटियों को उनकी प्रतिभा के लिए मिलने वाले सम्मान से वंचित होना पड़ा। हमारे क्षेत्र की ऐसी संस्कृति पहले कभी नहीं रही। सरकार, मंत्री और पार्टी से विरोध किया जा सकता है पर इन बेटियों को उनके सम्मान से वंचित किया जाना सरासर गलत था। इसी तरह से ढिगावा में अग्रवाल समाज के पुरोधा अग्रसेन महाराज के कार्यक्रम में विध्न डालने का प्रयास किया गया, जो सही नहीं था। ऐसी हरकतों से कई बार मेरा मन खट्टा होता है पर फिर आप लोगों को देखकर मेरा कत्र्तव्य मुझे याद आ जाता है जिसे पूरा करने के लिए वह कभी हार नहीं मानेंगे। उन्होंने लोगों से हाथ खड़े करवाकर समर्थन लिया कि ऐसे लोगों को देवी का प्रसाद मिलना चाहिए।उन्होंने कहा कि वे सत्ता के लालची नहीं है। वे सिर्फ यही चाहते हैं लोहारू की जनता ने जिस सोच से उनको नेता चुना है, उसका अहसान और कर्ज उतारा जाए। पर, जिन लोगों ने जनता से वोट लेकर नौकरियां और पानी बेचकर जनता का खून चूसा है, उनको लोहारू का विकास और चौधर सहन नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सरकार की नीतियां पसंद नहीं है तो वो अपने झंडे के नीचे कार्यक्रम करें, भोले भाले किसान के नाम पर राजनीति न करें। उन्होंने कहा कि गैर भाजपा शासन में गोली और डंडे की भाषा होती थी और इसलिए आंदोलन दो या तीन दिन ही चलते थे। लेकिन, भाजपा सरकार ने दस महीने बाद भी सिर्फ संयम ही रखा है। हमने अपने पुलिस जवानों के उसी तरह से हाथ बांध रखे हैं जैसे कांग्रेस सरकार ने कश्मीर में पत्थरबाजों के खिलाफ सैनिकों के बांध रखे थे। कृषि मंत्री ने पहाड़ी माता मंदिर में पूजा अर्चना की और क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए कामना की। कोरे कागज साइन कर देता हूं, मैं गलत हूं तो इस्तीफा लिखकर चंडीगढ भेज देना कृषि मंत्री ने जनसमूह के समक्ष भावुक होते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा ईमानदारी की राजनीति की है। लोहारू की जनता ने मुझे चुना है और अगर लोहारू की जनता को मेरा कोई काम गलत लगे तो 11-21 आदमी मुझे गलत बता देना। मैं कोरे कागज पर साइन करके दे देता हूं उसे चंडीगढ भिजवा देना। मुझे सत्ता और कुर्सी का लालच नहीं है, सिर्फ जनता की सेवा करना चाहता हूं। जेपी दलाल ने कहा कि उनके पास किसानों का महकमा है, और उनको किसानों की चिंता है। किसानों को भावांतर भरपाई योजना के तहत किसानों को बाजरे का 4200 से 6000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से करीब 500 करोड़ रुपये दिए जाने है, वो आगामी कुछ दिन में किसानों को मिल जाएगा। Post navigation लड़कियां आज देश का नाम दुनिया में रोशन कर रही हैं: जेपी दलाल कृषि मंत्री जेपी दलाल का किसानों द्वारा लगातार विरोध जारी, काले झंडे लहरा जताया रोष