कांग्रेसजनों ने रोषस्वरूप निकाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शवयात्रा, परशुराम चौक पर फूंका पुतला

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

05 अक्टूबर, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में किसानों को रौंदे जाने को लेकर मचा बवाल अभी थमता नहीं दिखाई दे रहा है। लखीमपुर जा रही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश और पूर्व केबिनेट मंत्री किरण चौधरी के आह्वान पर कांग्रेसजनों ने आज यहां रोज गार्डन से लेकर बस स्टैंड होते हुए नारेबाजी करते हुए परशुराम चौक तक प्रदर्शन कर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की शवयात्रा निकाल कड़ा रोष जाहिर किया। उन्होंने परशुराम चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। इससे पहले पुतले को तीन गाड़ियों द्वारा कुचला गया।

इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने कहा की भाजपा सरकार लगातार देश के किसान- मजदूरों पर कहर ढा रही है। लखीमपुर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे ने सरेआम शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर बेरहमी से गाड़ी चढ़ा दी जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा किसानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। उनके परिजनों से संवेदना जताने जा रही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नए केवल जबरदस्ती रोका बल्कि बलपूर्वक उनको गिरफ्तार भी किया। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है जिसे सहन नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम ने अंग्रेजों के शासन काल को भी पीछे छोड़ दिया और क्रूरता की सभी हदें पार कर दी। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अहंकार में भरे हैं लेकिन वह भूल रहे हैं कि आज सत्ता के शीर्ष पर इसी जनता के बदौलत पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तीन काले कानूनों के खिलाफ चल रहे संघर्ष में पूरी तरह से देश के किसान मजदूरों के साथ है। जब तक यह कानून रद्द नहीं होते और एमएसपी की गारंटी नहीं मिलती तब तक कांग्रेस का हर कार्यकर्ता डटकर आंदोलनरत किसान मजदूरों का कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे।

इस अवसर पर पूर्व विधायक धर्मपाल सांगवान, जिला कॉर्डिनेटर दिलबाग नीमड़ी, किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयुक्त समन्वयक राजू मान, पूर्व चेयरमैन अजित सिंह फौगाट, रणधीर घिकाड़ा, विजय खोरड़ा, जगदीप सांगवान, सत्या लेघा, रविन्द्र गोपी, भूप कमोद, रणबीर फौजी, रामावतार खोरड़ा, अरुण दहिया, हैप्पी अटेला, जीवन डोहकी, अजित भागवी, रविन्द्र, जय सिंह कटारिया, रामभगत यादव, अमित फतेहगढ़, हरकेश बलकरा, राकेश मोरवाला, संजय राजा, नरेंद्र बलोदा, करतार महला इत्यादि मौजूद थे।