करीब एक घंटे तक फर्रूखनगर-ताजनगर-जमालपुर-पंचगांव मार्ग पर जाम.
जाम की सूचना पर थाना प्रभारी देविंद्र, ग्राम सचिव राव गजराज मौके पर पहुंचे
गऊचारे की 25 एकड भूमि गौशाला  के लिए संस्थाा विशेष को देने का मामला
प्रति वर्ष, प्रति एकड भूमि 1 रुपए किराये पर 33 साल के पटटे पर दी जमीन

फतह सिंह उजाला

पटौदी। पटौदी क्षेेत्र के गांव ताजनगर में पंचायत द्वारा ग्राम सभा की बैठक में 20 अक्टूबर 2020 को प्रस्ताव पास करके गऊचारे की 25 एकड भूमि गौशाला खोलने के लिए एक संगठन विशेष को देने के विरोध में पंचयात भवन में ग्रामीणों ने बैठक करके विरोध जताया और रोष स्वरुप करीब एक घंटे तक फर्रूखनगर-ताजनगर-जमालपुर-पंचगांव मार्ग पर जाम लगा दिया। सड़क मार्गजाम के दौरान महिलओं सहित  ग्रामीणों ने ग्राम सचिव मुर्दाबाद के नारे जमकर लगाए। रोड जाम की सूचना मिलते ही मौके पर थाना प्रभारी देविंद्र यादव, ग्राम सचिव राव गजराज सिंह आफरिया, एसईपीओ सुरजीत सिंह आदि सम्बंधित अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जो ग्राम सभा की बैठक बाबा मंशाराम आश्रम में आयोजित की गई थी, वह कोरम पूरा नही होने अभाव में रद्ध कर दी गई है।

अधिकारियोंके द्वारा बताया गया कि अब यही बैठक पुनः बुधवार को पंचायत घर में 11 बजे सुबह आयोजित की जाएगी। जो भी ग्रामीण गौशाला के प्रस्ताव को लेकर अपना मत रखना चाहता है वह आमंत्रित है। तब जाकर ग्रामीणों ने सड़क से जाम हटाया और वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। बतां दे कि इसी कड़ी में सोमवार 13 सितम्बर 2021 को दर्जनों ग्रामीणों ने बीडीपीओ फर्रुखनगर, एसडीएम पटौदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर के नाम गौशाला को दी जाने वाली भूमि का प्रस्ताव रद्ध करने के लिए ज्ञापन सौंपा था।

कोर्ट द्वारा भूमि चारागाह के लिए घोषित

जानकारी के मुताबिक दिनांक 20 अक्टूबर 2020 को ग्राम सभा की बैठक में सरपंच ललीत व मौजूदा पंचों द्वारा प्रस्ताव नंबर 1 को सर्वसम्मति से पास करते हुए श्री महंत योगी फतह नाथ जी महाराज के द्ररिद्र भंजन फाउडेशन गौशाला के लिए प्रति वर्ष, प्रति एकड भूमि 1 रुपए किराये पर 33 साल के पटटे पर गऊचारे की 25 एकड भूमि देने के लिए स्वीकृति की मोहर लगा दी थी। उक्त प्रस्ताव को बीडीपीओ फर्रूखनगर की मार्फत स्वीकृति के लिए जिला उपायुक्त गुरुग्राम व निदेशक पंचायती राज पंचकुला चंडीगढ़ के नाम भेज दिया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में मौजूदा ग्राम पंचायत ने सभी ग्रामवासियों की सहमति नहीं ली और मनमर्जी से तुगलकी फरमान जारी कर दिया। गऊशाला के लिए दी गई 25 एकड भूमि शामलात ग्रामीणों द्वारा चारागाह के लिए छोडी गई थी। माननीय न्यायलय गुरुग्राम द्वारा भी इस भूमि को चारागाह के लिए घोषित किया हुआ है। ग्रामीण इस भूमि को खुर्दर्बुद नहीं होने दंगे। इस मामले को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर , एसडीएम पटौदी प्रदीप कुमार के नाम तहसीलदार रणसिंह गौदारा को 13 सितम्बर 2021 को ज्ञापन भी सौंपा था। 
6 अक्टूबर को पुनः विचार विर्मश होगा  

सोमवार को उक्त मामले के निपटारे हेतू ग्राम सचिव ने सम्बंधित अधिकारियों के आदेशानुसार गांव के बाबा मंशाराम आश्रम परिसर में ग्राम सभा की बैठक बुलाई थी। जबकि ग्रामीण पंचायत घर में सैंकडों की तायदाद में एकत्रित हो चुके थे। बार बार आग्रह करने के बावजूद भी ग्राम सचिव गजराज सिंह यादव पंचायत घर नहीं आये और ग्राम सभा की बैठक को कोरम का आभाव दिखा कर कागजी कार्रवाई करते हुए बैठक को रद्ध दिखा दिया। जिसके विरोध स्वरुप ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी। जाम की सूचना के उपरांत मौके पर थाना प्रभारी देविंद्र कुमार, एसईपीओ सुरजीत सिंह,  ग्राम सचिव गजराज यादव अपनी टीम के साथ पहुंचे। ग्रामीणों के बार बार कहने के बावजूद ग्राम सचिव के मौके पर नहीं पहुंचने से गुस्साए ग्रामीणों को शांत करने के लिए अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बुधवार 6 अक्टूबर 2021 को 11 बजे पंचायत घर में गौशाला को दी गई जमीन के प्रस्ताव पर पुनः विचार विर्मश किया जाएगा।  इस मौके पर पूर्व सरपंच चरणसिंह, रोहताश लम्बरदार , वीर बहादुर लम्बरदार, दक्ष फाउंडेशन के अध्यक्ष शिवताज प्रजापति, राव अजीत सिंह प्रधान, पवन कुमार चौकीदार, सुबेदार चंदूलाल, सुबेदार बलबीर सिंह, प्रवीण यादव, मंजीत सिंह, ललीत कुमार, सुरेंद्र कुमार, रतन सिंह साहब ,नंद लाल लम्बरदार, सतबीर सिंह , ईश्वर सिंह,  ओमप्रकाश, वीरदेव, विक्रम सिंह, मोहन सिंह मौजूद रहे।