मृतक शहीद किसानों के सम्मान मेंदेेर सायं निकाला कैंडल मार्च उत्तर प्रदेश में चुंनावों के दृष्टिगत राष्ट्रपति शासन की मांग की सीएम खट्टर द्वारा लठैत तैयार करने वाला ब्यान असवैंधानिक फतह सिंह उजालापटौदी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कृषी कानूनों का शांति पूर्वक विरोध कर वापिस लौट रहे किसानों को केंद्र में मंत्री के बेटे द्वारा कार से कुचलकर निर्मम हत्या कर देना लोकतंत्र सहित मौलिक अधिकारों की कू्ररतम हत्या है। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य सरकारें कृषी कानूनों के विरोध को तानाशाही तरीके से दबाना चाहती है। इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुखबीर तंवर ने यह बात कही है। इससे पहले बादशाहपुर हलके के फर्रूखनगर इलाके में उन्होंने तथा समर्थकों के द्वारा लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के विरोध सहित मृतक किसानों की शहादत के सम्मान में फर्रुखनगगर शहर में कैंडल मार्च निकाला। इसके साथ ही लखीमपुर खीरी घटना को आजाद भारत में बीजेपी सरकार के माथे पर कलंक की संज्ञा दी। इसी मौके पर ंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा किसान आंदोलन को कुचलने के लिए हर जिले से लठैत तैयार करने वाला ब्यान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और असवैंधानिक है। मुख्यमंत्री को क्षमायाचना करते हुए अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के पूर्व में दिए गये धमकीपूर्ण ब्यान और उनके बेटे आशीष मिश्रा पर किसानों को कुचलकर मारने के आरोप में अपराधिक मामला दर्ज किसा जाने के दृष्टिगत केंद्रीय मंत्रिमंडल से अविलंब बर्खास्त करके उनके बेटे सहित सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि मृतक किसानों के परिजनों को तुरंत एक-एक करोड़ रुपया का मुआवजा एवं योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दी जाए। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश में होनने वाले चुुनावों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति शासन लगाया जाने की भी वकालत की है । कैंडल मार्च में सतीश वैध, कैप्टेन देशराज, रामनिवास सरपंच, बिशम्बर थानेदार, जगदेव खेड़ा सहित काफी संख्या में किसान उपस्थित रहे। Post navigation 25 एकड भूमि गौशाला के लिए देने के विरोध में रोड जाम अफसरों की मनमानी से गठबंधन सरकार की हो रही बदनामी