हांसी  ,4 अक्तूबर । मनमोहन शर्मा

प्राईवेट स्कूल संघ के प्रधान रविन्द्र अत्री ने राज्यसभा सांसद जनरल डॉ. डी.पी. वत्स के निवास स्थान पर एक ज्ञापन दिया।  ज्ञापन में कहा कि वर्तमान में हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड कार्यालय द्वारा 1970 से 2021 तक के अनुलिपी प्रमाण पत्र और माईग्रेशन के लिए किये जाने वाले आवेदन को अन्तोदय सरल पोर्टल के माध्यम से आनलाईन किया गया है अर्थात् विद्यार्थी आवेदन हेतु भिवानी ना जाकर पोर्टल के माध्यम से अपने स्थान से ही आनलाईन आवेदन कर सकता है और हरियाणा शिक्षा बोर्ड द्वारा विद्यार्थी अब प्रार्थी द्वारा दिये गये पते पर पंजीकृत डाक के माध्यम से डी.एम.सी./माईग्रेशन भेज दिया जायेगा।

 संघ ने पिछले 2 सालों के अनुलिपी प्रमाण पत्रों पर आनलाईन करने की रोक लगाने की मांग की है।  संघ के प्रधान रविन्द्र अत्री का कहना है कि पिछले 2 सालों से प्राईवेट स्कूलों के विद्यार्थियों की तरफ से करोड़ो रूपये का मासिक फीस बकाया है।  कोरोना के कारण पहले ही प्राईवेट स्कूलों के आर्थिक हालत खराब हो चुके है क्योंकि पिछले 2 सालों से स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने लॉकडाउन का हवाला देकर मासिक फीस नही दी है और अब शिक्षा बोर्ड द्वारा अनुलिपि प्रमाण पत्र आनलाईन हो जाने के कारण विद्यार्थियों को अनुलिपि के लिए प्राईवेट स्कूलों में जाने की आवश्यकता नही रहेगी। जिससे प्राईवेट स्कूलो की स्थिति पहले से ओर भी बदतर हो जायेगा। जनरल वत्स ने आश्वासन दिया कि आपकी समस्याओं को शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के समक्ष रखकर प्राईवेट स्कूलो को इससे निजात दिलाने का कार्य किया जायेगा।  संघ के संरक्षक तेलु राम रामायण वाला ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि कोरोना काल के दौरान जो शिक्षा बाधित हुई है उस कमी को पूरा करने के लिए प्राईवेट स्कूलों को छुट्टी के दिन पढ़ाई कराने की अनुमति प्रदान की जाये।

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