अदालत भी दोनो पक्ष की सुनती, शिकायतकर्ताओं को अंदर भी नही आने देतेगलत साबित होने पर रेडक्रास में एक करोड़ रुपया देने का ऐलान पंचकूला, 03 अक्टूबर। शहर के प्रतिष्ठत समाजसेवी एवं व्यवसायी बलवीर पाल दंदयान ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में तरफा सुनवाई होती है। जबकी अदालतें भी दोनो पक्ष की सुनती है, मगर पंचकूला में शिकायतकर्ताओं को कमेटी की बैठक अंदर भी नही आने दिया जाता है। बलवीर ने कहा कि पंचकूला जैसे शहर में भी पढ़े लिखे आम आदमियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कहने को तो हर माह जिला लोक शिकायत निवारण कमेटी की बैठक बुलाई जाती है, मगर उसमें एक तरफा ही सुनवाई की जा रही है और दूसरे पक्ष को सुनना तो दूर बैठक से ही दूर रखा जाता है। बलवीर पाल ने कहा कि पिछले कई सालों से महेशपुर के शरारती किस्म के कुछ लोग बार बार उनके होटल इंडियन पैलेस को लेकर झूठी शिकायते करते रहते हैं कि यह गांव की फिरनी के कुछ हिस्से में बना हुआ है। यानि कि इस होटल का कुछ हिस्सा सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है। इसके लिए वकायदा कई बार पैमाईस सरकारी तौर पर कोर्ट के आदेशों पर भी करवाई जा चुकी है, बावजूद इसके फिर एक शिकायत होती है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों खुलेआम यह चुनौती दी थी कि सरकार या कोई भी आम आदमी अगर यह बात साबित कर दे कि उनका होटल गांव की फिरनी की एक भी इंच पर अवैध बना है तो वह पंचकूला रेडक्रास में एक करोड़ रुपया देने के साथ साथ उन्हें गलत साबित करने वाले को भी दस लाख रुपये का ईनाम देंगे। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी ज्यादती और क्या होगी कि जिस आदमी और उसके होटल की चर्चा हर माह होने वाली जिला शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में होती है, उसी बैठक से उन्हें बाहर रखा जाता है। इस बार भी उनका एक अधिकृत व्यक्ति इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए गया था, मगर उसे बैठक शुरु होने से पहले ही बाहर निकाल दिया गया। Post navigation भाजपा ने किया कालका विधानसभा का त्रिदेव सम्मेलन अतिक्रमण शहर की सुंदरता पर बहुत बड़ा बदनुमा दाग: कुलभूषण गोयल