– नगर निगम गुरूग्राम द्वारा विभिन्न वार्डों में करवाए जाएंगे विकास कार्य गुरूग्राम, 29 सितम्बर। केन्द्रीय मंत्री एवं गुरूग्राम के सांसद राव इन्द्रजीत सिंह बुधवार को गुरूग्राम के लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में पहुंचे। उन्होंने नगर निगम गुरूग्राम द्वारा विभिन्न वार्डों में लगभग 30 करोड़ रूपए की लागत से करवाए जाने वाले 7 विकास कार्यों की आधारशिला रखी। केन्द्रीय मंत्री द्वारा बुधवार को जिन 7 विकास कार्यों की आधारशिला रखी है, उनमें 17.20 करोड़ रूपए की लागत से वार्ड-6 के सैक्टर-12ए में सामुदायिक केन्द्र का निर्माण, लगभग 1.60 करोड़ रूपए की लागत से वार्ड-12 के धनवापुर फाटक से द्वारका एक्सप्रेस-वे तक सडक़ निर्माण, वार्ड-19 के सैक्टर-15 पार्ट-1 की ग्रीन बैल्ट के नवीनीकरण पर लगभग 2.50 करोड़ रूपए, सैक्टर-15 पार्ट-1 में 7 पार्कों एवं सैक्टर-30 में 3 पार्कों के विकास एवं नवीनीकरण पर लगभग 1.86 करोड़ रूपए, वार्ड-20 के सभी पार्कों के नवीनीकरण एवं सौंदर्यकरण के लिए 1.81 करोड़ रूपए, वार्ड-21 के सभी पार्कों के नवीनीकरण एवं सौंदर्यकरण के लिए 2 करोड़ रूपए तथा वार्ड-32 के गांव कन्हैयी में सामुदायिक केन्द्र निर्माण के लिए 3.16 करोड़ रूपए के विकास कार्य शामिल हैं। इसके अलावा, वार्ड-4 के सैक्टर-21 में 14 पार्कों के नवीनीकरण पर 2.50 करोड़ रूपए तथा वार्ड-19 के सैक्टर-15 पार्ट-2 में ग्रीन बैल्ट के नवीनीकरण के लिए 2.41 करोड़ रूपए के विकास कार्य भी शामिल हैं। केन्द्रीय मंत्री ने शिलान्यास समारोह के बाद मेयर एवं निगम पार्षदों के साथ बैठक करके उनके वार्ड से संबंधित शिकायतों एवं कार्यों के बारे में जानकारी भी ली। इस मौके पर गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद, पटौदी की पूर्व विधायिका बिमला चौधरी, निगम पार्षद कुलदीप बोहरा, महेश दायमा, कपिल दुआ, विरेन्द्रराज यादव, सुनील गुर्जर, संजय प्रधान, अश्विनी शर्मा, आरती यादव, रविन्द्र यादव, अश्विनी शर्मा, पूर्व मेयर विमल यादव, पूर्व पार्षद गजेसिंह कबलाना, एडवोकेट अशोक आजाद, निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा, उपायुक्त डा. यश गर्ग, एचएसवीपी की प्रशासक जसप्रीत कौर, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्नोई, चीफ इंजीनियर ठाकूरलाल शर्मा, संयुक्त आयुक्त हरीओम अत्री, एसई राधेश्याम शर्मा एवं विवेक गिल सहित अन्य अधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। Post navigation बाजरा खरीद में भावांतर भरपाई योजना अन्नदाता के साथ विश्वासघात : सुखबीर तंवर 1947 के विभाजन का दर्द – बुजुर्गों की जुबानी