मंगलवार को सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में दो पायलट की मौत हो गई. पंचकूला पहुंचा शहीद मेजर अनुज राजपूत का पार्थिव शरीर। मेजर अनुज राजपूत जम्मू-कश्मीर के उधमपुर स्थित पतनीटॉप में मंगलवार को हेलीकॉप्टर हादसे में हुए थे शहीद। पंचकूला के सेक्टर 20 स्थित उनके आवास पर उनका पार्थिव शरीर लाया गया। बेहद गमगीन माहौल में सेक्टर वासियों व स्थानीय लोगों ने शहीद मेजर अनुज राजपूत को दी श्रद्धांजलि। मौके पर उनकी यूनिट के सैन्य अधिकारी भी मौजूद। पंचकूला. जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में हरियाण के मेजर अनुज राजपूत शहीद हो गए. मेजर अनुज माता-पिता के इकलौते बेटे थी. 4 दिन पहले 18 सितंबर को उनका जन्मदिन था. इस साल डेढ़ महीने पहले 23 जुलाई को उनकी सगाई हुई थी. अनुज राजपूत की मां ऊषा आर्य ने अपनी सहेली को बताया था कि फरवरी 2022 में अनुज की शादी कर दूंगी, ऊषा सेक्टर- 20 स्थित गांव कुंडी के सरकारी स्कूल में अध्यापिका हैं. वह बेटे की सगाई के बाद उसकी शादी को लेकर काफी खुश थीं. वह अपने घर में बहू लाने की तैयारियों में जुटी हुईं थीं. मगर मंगलवार को ही बेटे की शहादत की खबर आई. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पत्नी टॉप में सेना के हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद मेजर अनुज राजपूत का परिवार पंचकूला के सेक्टर-20 में रहता है. उनकी शहादत की खबर मिलते ही माता-पिता जम्मू-कश्मीर रवाना हो गए. इस खबर से उनकी सोसायटी में रहने वाले लोगों में शोक की लहर दौड़ गई. लोग उनके फ्लैट में शोक व्यक्त करने पहुंचे, लेकिन घर पर कोई नहीं मिला. अनुज राजपूत की सगाई दिल्ली में हुई थी. घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं. ऊषा आर्य सुबह लगभग साढ़े 10 बजे स्कूल से घर जा रहीं थी, तो वह अपने बेटे की शादी के बारे में ही दूसरी टीचरों से बात कर रहीं थी. उन्होंने अपनी सहेलियों से कहा कि फरवरी में अनुज की शादी करने को लेकर उन्होंने तैयारी कर रखी है. कुछ देर बाद जब अनुज राजपूत की शहादत के बारे में स्वजनों शिक्षकों को पता चला तो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. Post navigation गुरुग्राम : बेरहमी से 4 लोगों की हत्या, थाने में जाकर हत्यारे ने किया सरेंडर आवास और मकान मरम्मत योजना की शिकायत के लिए बनेगा स्पेशल सेल – मनोहर लाल