हरियाणा और थाईलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए हुई विस्तृत चर्चा
भारत में थाईलैंड की राजदूत सुश्री पट्टारत होंगटोंग ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश को लेकर दिखाई गहरी रुचि

चंडीगढ़, 21 सितंबर – भारत में थाईलैंड की राजदूत सुश्री पट्टारत होंगटोंग ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से आज यहां उनके कार्यालय में मुलाकात कर थाईलैंड और हरियाणा के बीच व्यापार, खेल, शैक्षणिक, कृषि और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की संभावनाओं पर चर्चा की।

बैठक के दौरान, सुश्री पट्टारत होंगटोंग ने मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा और थाईलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को लेकर व्यापक चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं तलाशने हेतु हरियाणा सरकार से सहयोग की मांग की।

सुश्री पट्टारत होंगटोंग ने कहा कि चूंकि हरियाणा में अधिक आर्थिक क्षमताएं हैं, इसलिए थाईलैंड और हरियाणा के बीच ऑटोमोबाइल, कृषि तथा विभिन्न क्षेत्रों में एक्सचेंज प्रोग्राम आयोजित किए जा सकते हैं।

सुश्री पट्टारत होंगटोंग ने भी थाईलैंड द्वारा उत्पादित उत्पादों के हरियाणा में निर्यात करने के लिए भी गहरी रुचि दिखाई। हरियाणा में निवेश को लेकर सुश्री पट्टारत होंगटोंग ने कहा कि थाईलैंड की प्रगति के लिए हरियाणा के साथ आर्थिक विकास और निवेश संबंधों को मजबूत करने की संभावनाओं का पता लगाया जाना चाहिए। भारत में थाईलैंड की राजदूत ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न फ्लैगशिप कार्यक्त्रमों और पहलों में भी दिलचस्पी दिखाई।

मुख्यमंत्री ने भारत में थाईलैंड की राजदूत को राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) योजना से अवगत कराया और कहा कि पीपीपी का उद्देश्य सरकार-नागरिक संबंधों में परिवर्तन लाना है। उन्होंने कहा कि पीपीपी के तहत एक प्रणाली बनाई गई है जिसमें प्रत्येक परिवार को एक इकाई के रूप में पहचाना जाएगा। राज्य सरकार योजना के तहत सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र नागरिकों को उनके घर द्वार पर उपलब्ध कराएगी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केवल बी टू बी (बिजनेस टू बिजनेस) या जी टू बी (गर्वमेंट टू बिजनेस) या जी टू जी (गर्वमेंट टू गर्वमेंट) संबंध तक सीमित नहीं हैं। हरियाणा गीता की भूमि है और हम एच टू एच संबंध में विश्वास करते हैं जो हार्ट टू हार्ट कनेक्ट है।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत और थाईलैंड के बीच सदियों पुराने सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। उन्होंने उद्योग, निवेश और सांस्कृतिक संबंध स्थापित करने के मामले में राज्य सरकार से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा कई क्षेत्रों में देश में अग्रणी राज्य है। हरियाणा भारत में अग्रणी कृषि प्रधान राज्य होने के साथ-साथ कारों और अन्य ऑटोमोबाइल का सबसे बड़ा निर्माता भी है। हरियाणा कार/मोटर वाहनों के प्रमुख निर्यातकों में से एक है। राज्य देश में दो तिहाई यात्री कारों, 50 प्रतिशत ट्रैक्टरों और 60 प्रतिशत मोटरसाइकिलों का उत्पादन करता है, इसलिए इस क्षेत्र में हरियाणा और थाईलैंड के बीच निवेश संबंधों को मजबूत करने की संभावनाओं का पता लगाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा के धार्मिक पर्यटन की दृष्टि, जैसे कुरुक्षेत्र में ‘कृष्णा सर्किट’, यमुनानगर में ‘चेनेटी बौद्ध स्तूप’ में काफी संभावनाएं हैं, इसलिए इस क्षेत्र में भी द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को और बढ़ाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में एशिया का सबसे बड़ा कृषि विश्वविद्यालय है, जो छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए मजबूत बुनियादी ढांचा प्रदान करता है, इसलिए दोनों प्रांतों के बीच फैकल्टी व स्टूडेंट एक्सेंज प्रोग्राम के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में सहयोग की संभवनाओं का पता लगाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा भारत में खेलों का हब है। खेल के क्षेत्र में हरियाणा द्वारा की गई उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि हरियाणा की खेल नीति इतनी बेहतर है कि कई अन्य राज्य इसका अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक व पैरालंपिक 2020 में हरियाणा के खिलाडि़यों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और लगभग 40 प्रतिशत मेडल हरियाणा के खिलाडि़यों ने जीते हैं।

उन्होंने कहा कि हरियाणा देश के खाद्य उत्पादन में योगदान देने वाले प्रमुख राज्यों में से एक है और जैसा कि थाईलैंड को दुनिया की रसोई के रूप में जाना जाता है, इसलिए हम खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में थाई कंपनियों का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में और अधिक उद्योग स्थापित करने की संभावनाओं का पता लगया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विदेश सहयोग विभाग स्थापित किया है, जो ‘गो-ग्लोबल एप्रोच’ के माध्यम से हरियाणा को ग्लोबल इकोनॉमी बनाने तथा हरियाणा को वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित करने के लिए दुनिया भर में निवेशकों की पहचान करने के लिए निरंतर कार्यरत है।

बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी. एस. ढेसी, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव श्री योगेंद्र चौधरी, विदेश सहयोग विभाग के महानिदेशक श्री अनंत प्रकाश पांडे और विभाग के सलाहकार श्री पवन चौधरी उपस्थित थे।

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