भिवानी। कहने को तो हर व्यक्ति को कुछ दिनों में किसी भी सरकारी व संस्थाओं के जानकारी दिये जाने का दावा किया जाता है, लेकिन हकीकत इससे कोसों परे है। ऐसा ही बवानीखेड़ा में दिन दयाल उपाध्याय के नाम से बन रही झील के बारे में देखने को मिला। हरियाणा जागृति मोर्चा के अध्यक्ष एवं पार्षद मीना चौपड़ा के पति द्वारा मांगी गई झील के सम्बंध में 318 दिन में भी खर्च व उस पर पास की गई खर्च की जानकारी नहीं मिल पाई है। तमाम बिंदुओं पर जानकारी देने की बजाये पालिका ने आधे अधूरे बिंदुओं पर जानकारी दी गई है। राजेश सिंधू अधिवक्ता ने बताया कि कस्बा में विकास कार्यों के लिए करोड़ों रूपए आए और पुराने समय में हुए कार्यों की अदायगी भी पालिका ने की उसी तरह झील का कार्य पर भी करोड़ों रूपए की राशि खर्च की गई है। वैसे बताते चले कि झील की रूपरेखा पूर्व चेयरपर्सन के कार्यकाल में तैयार हो चुकी थी और जिसकी प्रथम अंताजन राशि 1 करोड़ 3 लाख रूपए मंजूर भी कर दी थी। वर्तमान चेयरपर्सन के कार्यकाल में 1 करोड़ 3 लाख की राशि पुर्नावर्त करके 2 करोड़ 98 लाख रूपए की गई, लेकिन लम्बी चौड़ी राशि लगने के बाद भी आज तक झील में बनाये गए स्रोतों से आज तक पानी ना आ पाया है भले ही लम्बी चौड़ी राशि खर्च हो गई हो। झील का पक्का रास्ता आज तक पूर्ण ना हो पाया है केवल और केवल रात्रि को घूमने वाले आमजन को टिमटिमाती रोशनी के नंजारे के अलावा कुछ भी हासिल ना होना। अधिवक्ता राजेश सिंधू ने जानकारी के लिए आवेदन 7 अक्तूबर 2020 को किया था जिसमें झील पर खर्च राशि और पुर्नार्वत की गई राशि की जानकारी क अलावा कई महत्वपूर्ण बिंदुओ ंपर जानकारी मांगी थी। जानकारी मांगने पर प्रथम अपील में आवेदनकर्ता के आवेदन पर यह केवल 2 लाख 43 हजार 1128 रूपए खर्च किया जाना बताया वहीं पानी तालाब में से 1 करोड़ 14 लाख 85 हजार 933 लीटर बताया, लेकिन रैम्प, रेलिंग का वजन कार्य की मोनिटरिंग के सदस्य तथा सदस्य का पद ना बताया। इसी प्रकार कई बिंदुओं पर ना के बराबर दी। जिस कारण अपीलकर्ता को द्वितीय अपील में जाना पड़ा। जिसकी सुनवाई 11 अक्तूबर 2021 चंद्र प्रकाश सीएससी आईसी के सम्मुख होनी है। हम यह भी बताते चले कि क्या है राज, हर कोई क्यों चाहता है झील का मसला, हर कस्बावासी के जहन में ये बात देखते हैं क्या होता है 11 अक्तूबर जानकारी मिलती है या फिर तारिख। Post navigation ओम प्रकाश धनखड़ का पुतला फूंका जिला अध्यक्ष के रवैये से जिले में भाजपा हुई कमजोर : सोनू पालवास खुलासा: लाकडाउन में भी नहीं थमी हरियाणा सरकार के मंत्रियों की गाड़ी