बीती 9 अगस्त को 50 लाख के सीसी रोड का किया था उद्घाटन.

जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सीवर लाइन डालने की जारी है तैयारी

अधिकारियों के लिए ऑफर एक घंटा बैठो और एक हजार नगद इनाम

हेली मंडी में रामपुर गेट पर सीवरेज डालने में घपले के गंभीर आरोप

फतह सिंह उजाला

पटौदी । सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा किए गए उद्घाटन के बाद अब जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग लाखों रुपए की लागत से बनाए गए सीसी रोड को उधेड़ने की तैयारी में है। यह मामला राव इंद्रजीत सिंह के राजनीतिक गढ़ पाटोदी में हेली मंडी नगरपालिका इलाके का है। हेली मंडी नगर पालिका में उनके सबसे अधिक विश्वसनीय पालिका चेयरमैन सुरेश यादव ही हैं । स्थानीय निवासियों के आरोप के मुताबिक 50 लाख रुपए के बनाए गए ताजा सीसी रोड को केवल मात्र इसलिए तोड़ा जाएगा कि यहां पर सीवरेज की लाइन नहीं डाली गई है । वहीं सूत्रों के मुताबिक हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में बनाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और इसकी कनेक्टिविटी के लिए डाली गई सीवरेज लाइन का काम पूरा किए जाने का कथित रूप से सर्टिफिकेट भी हेली मडी पालिका प्रशासन के द्वारा पहले ही दिया जा चुका है ।

ऐसे में लाख टके का सवाल यह है जब पालिका प्रशासन पुष्टि कर चुका है कि हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र के सभी वार्डों में एसटीपी से कनेक्टिविटी वाले सीवरेज लाइन डाले जा चुके हैं , तो इसके बाद में ऐसी क्या और कौन सी मजबूरी आ गई जो अब 50 लाख रुपए के सीसी रोड को तोड़ने की तैयारी की जा रही है । इस मामले में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ठ अभियंता अनिल सैनी का कहना है कि सीवरेज लाइन में तकनीकी खामियों की वजह से सीसी रोड को तोड़ना ही एकमात्र विकल्प है और इसके बाद ही सीवरेज पाइप लाइन डाले जा सकेंगे । विभाग के द्वारा सीसी रोड को पुनर्निर्माण करके देना है , जिसका लगभग 6 लाख रूपए का टेंडर भी हो चुका है ।

हेली मंडी पालिका के पूर्व पार्षद द्वारका प्रसाद रूस्तगी , रामपुर गेट के ही निवासियों और दुकानदारों में शामिल हैप्पी जैन , विजय कुमार गुप्ता, प्रकाश गोयल, सुभाष अग्रवाल, हरि ओम, ईश्वर गोयल व अन्य लोगों का आरोप है कि पालिका प्रशासन पूरी तरह से बेलगाम है । चुने हुए जनप्रतिनिधियों के द्वारा अपने उच्च राजनीतिक संबंधों की आड़ में मनमाने काम किए जा रहे हैं और यही कार्य आम जनता के साथ साथ दूसरे सरकारी विभागों के लिए भी सिरदर्द साबित होते जा रहे हैं।  इधर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट सीवरेज के पानी को लेकर डाली हुई है ।इसी पोस्ट के साथ में लिखा गया है की कोई भी अधिकारी नाक पर बिना मास्क और बिना रुमाल ढके एक घंटा बदबूदार सीवरेज पानी के पास बैठे तो 1000 नगद इनाम ले जा सकता है ।

इस प्रकार की वायरल की जा रही पोस्ट यही साबित करती है कि नकारा सीवरेज व्यवस्था को लेकर और मल मूत्र युक्त गंदा पानी दुकानों प्रतिष्ठानों मकानों के आगे बढ़ने से आम जनता किस हद तक परेशान हो चुकी है । वही इस गंदे पानी मे अनगिनत मच्छर और डेंगू मलेरिया जैसे बीमारियों के लारवा भी पैदा हो रहे हैं । खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहक दोहरी परेशानी झेल रहे हैं एक तो मल मूत्र युक्त पानी से होकर गुजर ना दूसरे असहनीय बदबू को जबरदस्ती सहन करना।  स्थानीय निवासियों और दुकानदारों का कहना है कि संविधान में प्रत्येक व्यक्ति को साफ स्वस्थ स्वच्छ वातावरण में रहने और जीने का मौलिक अधिकार दिया हुआ है । लेकिन स्थानीय विभिन्न विभागों के अधिकारी उनके इन मौलिक अधिकारों पर अपनी मनमानी का चाबुक चलाते आ रहे हैं । इसके साथ ही बिना टीम वर्क काम किया जाने का खामियाजा हरियाणा सरकार को ही भुगतना पड़ रहा है । क्योंकि जो काम पहले हो जाना चाहिए था, संबंधित विभाग की लापरवाही के कारण वही काम बाद में किया जाने से अतिरिक्त खर्चा भी सरकार के खजाने से बाहर निकल रहा है।

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