भाषा को ही अपनी तरक्की और स्टेटस का आधार मानना गलत.
प्रतियोगिताओं का उद्देश्य हिंदी भाषा का विकास, प्रचार, प्रसार.
हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत खंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन

फतह सिंह उजाला

पटौदी। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर (गुरुग्राम) में हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत खंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस अवसर पर फरुखनगर खंड में आने वाले विद्यालयों के उन विद्यार्थियों ने भाग लिया जो हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत विद्यालय स्तर पर कराई गई नौ विभिन्न प्रतियोगिताओं अर्थात कविता पाठ,नारा लेखन,दृश्य/घटना वर्णन,निबंध लेखन,स्वरचित कविता लेखन,कहानी लेखन,भाषण,अंताक्षरी और व्याकरण आधारित प्रश्नोत्तरी में प्रथम स्थान पर रहे थे।

मॉडल संस्कृति विद्यालय के प्राचार्य जितेंद्र यादव ने भी अपने वक्तव्य में स्पष्ट किया कि आज के भौतिकतावादी और चकाचौंध के युग में केवल अंग्रेजी या किसी भी अन्य भाषा को ही अपनी तरक्की और स्टेटस का आधार मानना पूर्णतया गलत है। हमें यह समझ लेना चाहिए कि भाषा केवल हमारे विचारों के आदान-प्रदान का माध्यम है । भाषा तरक्की या स्टेटस का माध्यम नहीं है। भाषा के माध्यम से प्राप्त किया गया ज्ञान हमारे विकास और ज्ञानार्जन का सूचक है । प्राचार्य जितेंद्र यादव के मार्गदर्शन और निर्देशन में बहुत ही सुंदर तरीके से इस प्रतियोगिता का आयोजन व संचालन किया गया । विभिन्न विद्यालय से आने वाले प्रतिभागियों का अलग-अलग प्रतियोगिताओं के वर्गानुसार नामांकन किया गया । सरस्वती वंदना और स्वागत गीत के माध्यम से समस्त आगंतुकों का स्वागत,अभिनंदन व आभार व्यक्त किया गया । इसके साथ ही यह भी संदेश दिया गया कि कोई भी स्वागत या संस्कार की जब बात आती है तो वह केवल और केवल हिंदी अथवा संस्कृत भाषा में ही हम करते हैं ।

नामांकन और स्वागत के पश्चात पहले से ही निश्चित अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग प्रतियोगिता का संचालन विद्यालय के विभिन्न प्राध्यापकों व अध्यापकों ने कराया। इस अवसर पर डाइट गुरुग्राम से इंदु बाला व संदीप वर्मा बीआरपी ने विद्यालय में आयोजित प्रतियोगिताओं का निरीक्षण व अवलोकन किया। हिंदी पखवाड़े के  अंतर्गत कराई गई इन सभी प्रतियोगिताओं का उद्देश्य पूरे प्रदेश भर में हिंदी भाषा का विकास,प्रचार,प्रसार, इसकी वैज्ञानिकता और सटीकता को दृष्टिगोचर करना है। इन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों के बढ़-चढ़कर भाग लेने से यह स्वतः स्पष्ट हो गया कि हमारी राजभाषा व मातृभाषा हिन्दी में अपने विचार, अपनी सृजनात्मकता, कलात्मकता और अंतर्मन की वेदना या प्रसन्नता को बहुत ही सहज, सरल और स्पष्ट तरीके से व्यक्त किया जा सकता है।  यही वह भाषा है जिसके माध्यम से एक बच्चे का सर्वांगीण विकास सहज ही हो जाता है।

आयोजित प्रतियोगिताओं का परिणाम
कक्षा 6 से 8 के समूह में कविता पाठ में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के रोहित प्रथम, राजकीय माध्यमिक विद्यालय जोड़ी सांपका की ज्योति द्वितीय, राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय पातली की नेहा तृतीय। नारा लेखन में राजकीय उच्च विद्यालय घोषगढ की प्राची प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेटांवास की साक्षी द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोकलवास की भावना तृतीय। दृश्य/घटना वर्णन में राजकीय माध्यमिक विद्यालय झांझरौला खेड़ा की नेहा प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भांगरौला की शिवानी द्वितीय, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के हर्ष तृतीय। निबंध लेखन में राजकीय उच्च विद्यालय कालिवास के पवन प्रथम, राजकीय उच्च विद्यालय जोड़ी खुर्द की अन्नू द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाटोला की संजना तृतीय। स्वरचित कविता लेखन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खंडेवला की योगिता प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बासंकुशला के अमनदीप द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाटौला की वंदना शुक्ला तृतीय। कहानी लेखन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जमालपुर की साक्षी प्रथम, राजकीय माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के कृष्ण कुमार द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भांगरौला की जयशिका तृतीय। भाषण में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर की भूमि प्रथम, राजकीय माध्यमिक विद्यालय अलीमुद्दीनपूर की संजू द्वितीय, राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय पातली की खुशी तृतीय।अंताक्षरी में राजकीय उच्च विद्यालय जानौला की आरुषि प्रथम, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के उदित द्वितीय, राजकीय माध्यमिक विद्यालय खेड़ा खुरमपुर के हिमांशु तृतीय। व्याकरण आधारित प्रश्नोत्तरी में राजकीय माध्यमिक विद्यालय झांझरौला की राधिका प्रथम, राजकीय उच्च विद्यालय महचाना की दीपिका द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोकलवास की कीर्ति तृतीय। कक्षा 9 से 12 के समूह में कविता पाठ में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के भूषण प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खंडेवला की निधि द्वितीय। नारा लेखन में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर की नीरू प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिवाड़ी की मुस्कान द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खंडेवला की सपना तृतीय। दृश्य/घटना वर्णन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोकलवास की एकता प्रथम, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के मोहित द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पातली की शिवानी तृतीय। निबंध लेखन में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के नितिन प्रथम, राजकीय उच्च विद्यालय महचाना की अन्नू द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खंडेवला के अंशु तृतीय।  स्वरचित कविता लेखन राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर की हिना प्रथम, राजकीय उच्च विद्यालय महचाना के कुनाल द्वितीय, राजकीय उच्च विद्यालय कालियावास की नीतू तृतीय। कहानी लेखन में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के राहुल प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मुशैदपुर की रिंकी द्वितीय,राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जोनियावास की तन्नू तृतीय। भाषण में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर के सुमीत प्रथम।अंताक्षरी में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरुखनगर की श्वेता प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पातली की सुषमा द्वितीय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भांगरौला की पायल तृतीय। व्याकरण आधारित प्रश्नोत्तरी में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोकलवास की रीकिता प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय महचाना के मुकुल द्वितीय, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक फरुखनगर के मंकेश तृतीय। इस कार्यक्रम के सफल संचालन में विशेष रुप से गुलशन, जागृति यादव,पूजा बंसल, रजनी शर्मा,हरीश कुमार,ललित पी.टी.आई, विक्रम,सुशील और ओमप्रकाश शास्त्री की सराहनीय भूमिका रही