गुरुग्राम- भारतीय हॉकी टीम के सहायक कोच प्रिंस पीयूष दुबे का कहना है कि मानसिक दृढ़ संकल्प हो तो सफलता मिलना अवश्यम्भावी है। संकल्प व कर्तव्य के प्रति समर्पण के बिना लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता। भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों ने इसी जज्बे से 41 वर्ष बाद देश को कांस्य पदक का उपहार दिया है। लोगों की हुंकार के बीच उन्होंने   2024 पेरिस में होने वाले ओलम्पिक में भारत को गोल्ड मैडल दिलाने का भरोसा जताया । श्री दुबे शुक्रवार देर सांय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क विभाग  द्वारा आयोजित अपने अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। जिसमे सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ खेल जगत से जुड़े लोग भी शामिल थे। समारोह का संचालन पूर्व उप कुलपति व शिक्षाविद डॉ अशोक दिवाकर ने किया। समारोह की अध्यक्षता आरएसएस प्रान्त प्रचारक विजय कुमार ने की।

सहायक कोच पीयूष दुबे ने कहा कि भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी शुरू से ही उत्साह से भरे हुए थे। इसी कारण उन्होंने ने अपने खेल के लिए कड़ी मेहनत की। अब कांस्य पदक के रूप में सफलता हमारे सामने है। उनके अनुसार इस जीत में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सेमीफाइनल से पहले की गई उत्साहवर्धक बातचीत ने खिलाड़ियों को नई ऊर्जा देने का कार्य किया। प्रधानमंत्री का यह कहना कि सेमीफाईनल तक पहुंचना ही बड़ी उपलब्धि है। अगले मैच में हम बेहतर करेंगे प्रधानमंत्री का यह विश्वास हमे नई शक्ति का संचार कर गया। संगठन मन्त्र से अपना उध्बोधन शुरू करने वाले पीयूष दुबे ने कहा कि दुनियाँ में अब भारत की विशेष पहचान बन रही है। भारत सात्विक शक्ति का देश है। अध्यात्म हमारे देश की पहचान है। उन्होंने अपने संस्मरण बताते हुए कहा कि हमारी वेश भूषा देख कर ही  विदेशी पहचान जाते थे। जब एक जापानी  ने यह पूछा कि तुम हिन्दू हो तो गर्व की अनुभूति हुई। उन्होंने समारोह आयोजक आरएसएस संपर्क विभाग की सराहना करते हुए कहा कि सर्व समाज को एक साथ लाने की क्षमता आरएसएस में ही है।

इस समारोह में विशेषरूप से उपस्तिथ आरएसएस    प्रान्त प्रचारक विजय कुमार ने कहा कि  भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिभाएं है। उन्हें केवल तराशने व सही दिशा देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि केवल ओलम्पिक ही  नहीं बल्कि पैराओलंपिक में भारत के प्रतिभावान खिलाड़ियों ने देश को गौरव प्रदान किया है। उनके अनुसार जब योग्य गुरु, योग्य प्रशासन व प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जैसे उत्साह वर्धन करने वाले नेतृत्व मिल जाए तो गौरवशाली इतिहास की रचना होती है। उन्होंने कहा कि आज का यह सम्मान समारोह केवल पीयूष के लिए ही नहीं है बल्कि पैराओलंपिक व ओलम्पिक के सभी खिलाड़ियों के लिए भी है।  उनके अनुसार भारत निरंतर प्रगतिपथ पर अग्रसर है। कोरोना महामारी में  वेक्सीन बनाने, लगवाने की बात हो या पी पी ई किट, मास्क  बनाने की बात हो दुनियाँ में भारत अग्रणी पायदान पर खड़ा हैं। उन्होंने समारोह में उपस्तिथ लोगों का आह्वान किया कि बढ़ते भारत में खेलों में पदक प्राप्त करने के साथी ही हमे सामाजिक समरसता, सफाई, जातीवाद के रोग को समाप्त करने,नियमपालन आदि में पदक लेने की आवश्यकता है। तभी भारत विश्वगुरु के आसन पर आसीन हो सकेगा।

समारोह में विशिष्ठ अतिथि विधायक सुधीर सिंगला व  उपायुक्त यश गर्ग ने कहा कि प्राचीन समय से ही खेल में भारत का नाम रहा है। आजादी से पूर्व हमने कई बार गोल्ड मैडल जीते है। एक बार फिर भारतीय हॉकी नई उड़ान की ओर बढ़ रही है। हम पुनः स्वर्णिम अतीत की ओर लौट रहे है। उनके अनुसार पीयूष जी का योगदान अविस्मरणीय है अभी कांस्य पदक आया है। भविष्य में भी जीत का क्रम बना रहना चाहिए। निश्चित है 2024 के ओलंपिक खेलों में भारत हॉकी में अवश्य गोल्ड मेडल जीतेगा।

समारोह में आरएसएस महानगर संघ चालक जगदीश ग्रोवर ,पार्षद सुभाष सिंगला, राकेश यादव , नवकल्प फाउंडेशन प्रमुख अनिल आर्य, वरिष्ठ समाजसेवी एसएन शर्मा , संपर्क विभाग के विभाग सम्पर्क प्रमुख प्रदीप शर्मा,बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलभूषण भारद्वाज,विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अजीत यादव, कैनविन फाउंडेशन के अध्यक्ष डी पी गोयल, कर्नल जे के सिंह, किरयाना  यूनियन के अध्यक्ष रोशन लाल पिंटू, पूर्व वाइस चांसलर श्रेयांश द्विवेदी,  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विभाग कार्यवाह हरीश कुमार, नगर संघचालक वेद प्रकाश मंगला,विभाग सेवा प्रमुख विमल शर्मा, विभाग प्रचारक विकास जी, महानगर कार्यवाह संजीव सैनी,पीएफ कमिश्नर भूपेंद्र यादव, मेवात मित्र मंडल, गौरव पाठक, बंटी पाठक, मानेसर जिला कार्यवाह बृजेश चौहान, चरत खटाना ,समाज सेवी नरेंद्र पहाड़ी, शिक्षाविद महावीर भारद्वाज, आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे

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