इवेंट मैनेजमेंट से लेकर ले-आउट डिजाइनिगं पर रहेगा फोकस

गुरूग्राम, 10 सितंबर। हरियाणा सस्ंकृत अकादमी प्रदेश में सस्ंकृत को प्रभावी बनाने के अभियान में जुट गई है। प्रदेश भर से सस्ंकृत के ऐसे युवा विद्वानों को जोड़ा जा रहा है जो अपने नियमित कार्य के साथ निस्वार्थ भाव से सस्ंकृत की सेवा करेंगे। 

ये यवुा टीम वर्क के तहत आज के समय के अनुरूप इवेंट मैनेजमेंट से लेकर, भाषा प्रचार-प्रसार, प्रिंटिंग ,डिजिटलाइजेशन पर फोकस रखेंगे। अकादमी निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि हमारा प्रमखु उद्देश्य सस्ंकृत के प्रति सेवाभाव से जुड़े विद्धानो खासकर युवाओं को ढूंढकर उन्हें हीरे की तरह तराशना है। हरियाणा सरकार इस अभियान में अकादमी का पूर्ण सहयोग कर रही है। पिछले एक वर्ष के कार्यकाल में अकादमी ने 60 से अधिक आयोजन प्रदेशभर में किए हैं। इन आयोजनों से ही अकादमी को सेवाभाव से कार्य करने वाले युवाओं की पहचान की गई है। इन युवाओं की टीम अकादमी के नेतत्ृव में प्रदेश मे ंसस्ंकृत के प्रति किस तरह और कैसे काम हो, पर कार्य करेगी। उन्होंनेे बताया कि आज डिजि टल युग है। ट्वीटर, फेसबकु , इंस्टाग्राम, य-ूट्यबू आज के लिए जरूरी है। समय के साथ चलते हुए सस्ंकृत अकादमी ने फेसबकु , ट्वीटर, का अकाउंट क्रियान्वित कर दिया है। बहुत जल्द ही इंस्टाग्राम पर हम अपनी मौजदूगी दर्ज कराएंगे। यूट्यबू चनैल भी नए स्वरूप में लाने जा रहे हैं। इस पर विद्वानों की व्याख्यानमाला, सम्भाषण के साथ-साथ कक्षा तीसरी से लेकर 12वीं तक विद्यालयी पाठ्यक्रम और व्याकरण के वीडियो अपलोड होंगे ताकि छात्रों के साथ-साथ अध्यापक भी उनका लाभ उठा सके।

उन्होंनेकहा कि सोशल मीडिया पर विद्वानों द्वारा चयनित नित्यस्मरणीय वदिैदिक मत्रं , मार्गदर्ग र्शकर्श सक्तिूक्ति यां, पचं तंत्र,हि तोपदेश आदि शि क्षाप्रद ग्रन्थों की कहानि यों पर कार्टून, चलचित्र ,सस्ं कृत के सभुाषित और मधरु सरल गीतों का प्रसारण करवाया जाएगा। इसके लिए टीम लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि य-ूट्यबू पर वदिैदिक वाङ्गमय पर आधारित विद्वानों की व्याख्यान माला की शरुुआत की जाएगी। 

इवेंट मैनेजमेंट से लेकर ले-आउट डिजाइनिगं पर रहेगा फोकस अकादमी निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि हर क्षेत्र के सस्ं कृत यवुा विद्वानों को इस टीम में शामिल किया गया है। सर्वप्रथम भाषागत शद्ुधि , तर्क सगंत विद्वत्ज्ञान का चयन किया जाएगा। फिर भाषा कौशल, सम्पादन पर काम होगा। डिजि टल ज्ञान रखने वाले यवुा लेआउट, डिजाइनिगं , प्रजेंटेशन पर ध्यान देंगे। फिर इसेमद्रुण के साथ-साथ सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाएगा। इवेंट मैनेजमेंट में दक्ष युवा समयाुनसार व्याख्यानमाला, सगंोष्ठी आदि में सयंोजक की भूमिका निभाएंगे। 

– पुरस्कारों में बढ़ाई जाएगी युवाओं की भागीदारी

हरियाणा सस्ंकृत अकादमी निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि साहित्यिक पुरस्कारों में यवुाओं की भागीदारी और ज्यादा बढ़े इसके लिए प्रदेश सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है। पहले आवेदन के लिए  40 वर्ष की न्यनूतम उम्र निर्धारित की गई हुई है। इसे अब कम करने का प्रस्ताव भेजा गया है। यवुाओं को जितना प्रोत्साहन मिलेगा वे सस्ंकृत साहित्य लेखन में और अग्रणी होंगे।

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