चण्डीगढ़, 7 सितम्बर – करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि आंदोलनकारियों द्वारा आज सचिवालय के घेराव के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए थे ताकि किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि न हो। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि जिले में आंदोलनकारियों के कारण किसी भी जानमाल की हानि के बचाव के लिए भारी पुलिसबल बुलाया गया था। पूरा प्रयास किया गया कि आंदोलनकारियों को संतुष्ट किया जा सके। आंदोलनकारी किसान नेताओं को बातचीत के लिए लघु सचिवालय में बुलाया गया था। इस कमेटी में 15 नेताओं ने भाग लिया। यह बैठक करीब 3 घंटे तक चली लेकिन यह बैठक सफल नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि किसान नेताओं ने महापंचायत स्थल नई अनाज मंडी में जाकर अपने निर्णय अनुसार लघु सचिवालय के घेराव के लिए आने का निर्णय लिया। आंदोलनकारियों के निर्णय को देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शहर के नमस्ते चौक पर नेताओं से गिरफ्तारी देने के लिए कहा गया और वह गिरफ्तारी देने के लिए बसों में भी बैठ गए, परंतु युवा आंदोलनकारियों ने गिरफ्तारी का विरोध किया । परिणाम स्वरूप वह लघु सचिवालय की ओर निकल पड़े। सचिवालय तक जाने के लिए पुलिस ने अनेक नाकों पर बैरिकेट लगाई थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा संयम बरता गया और सूझबूझ से आंदोलनकारियों को शांति से लघु सचिवालय तक जाने दिया। रास्ते में प्रशासन द्वारा आंदोलनकारियों से संयम बरतने की अपील की गई। उन्होंने कहा कि देर रात तक आंदोलनकारी लघु सचिवालय के गेट के सामने बैठे रहे। जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव, आईजी ममता सिंह व एसपी गंगाराम पुनिया व अन्य वरिष्ठ अधिकारी आंदोलनकारियों के बीच में बैठकर वार्ता कर रहे हैं ताकि कुछ समाधान निकाला जा सके। Post navigation गुरनाम सिंह चढूनी कांग्रेस के एजेंट, उनको हरियाणा प्रदेश में अव्यवस्था फैलाने की जिम्मेदारी मिली है : कृषि मंत्री जेपी दलाल चौटाला, मुलायम और नीतीश 25 सितंबर को एक मंच पर आएंगे, तीसरा मोर्चा बनाने का प्रयास!