-मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षक दिवस पर इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर में किया 47.27 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास चण्डीगढ़, 5 सितंबर – हरियाणा में शिक्षक दिवस को आगामी 17 सितंबर तक शिक्षा पर्व के रूप में मनाया जाएगा। शिक्षकों के सम्मान के लिए पर्व समर्पित होगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज रेवाड़ी जिला के मीरपुर में इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस आशय की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने रविवार को इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर में 47.27 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण भी किया। श्री मनोहर लाल ने राज्यवासियों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति एवं शिक्षाविद सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के दिन हम अपने शिक्षकों को याद करते हैं। एक निर्माता के रूप में शिक्षक हमारा निर्माण करता है। अच्छी शिक्षा हमें अच्छा नागरिक बनाती है और उससे एक अच्छे समाज का निर्माण होता। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा व शिक्षकों को सम्मान देने के लिए अनेक कार्य किए हैं जिनमें नई शिक्षा नीति, राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक पुरस्कार आरंभ करना व कौशल विकास को बढ़ावा देने वाली नीतियां प्रमुख हैं । शिक्षकों के सम्मान को बढ़ावा देने के लिए उनके जन्मदिन 17 सितंबर तक शिक्षा पर्व मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यार्थियों को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन से जुड़े प्रेरणास्पद संस्मरण भी सुनाए। उन्होंने अपने प्रिय शिक्षक श्री के.एल. गेरा को भी याद किया और कार्यक्रम के दौरान वीडियो कॉल पर बात कर अपने शिक्षक का हाल-चाल जाना। उन्होंने बताया कि जब भी वे रेवाड़ी आते हैं तो अपने शिक्षक को हमेशा याद रखते हैं। उन्होंने गुरु की महिमा से जुड़ी संत कबीर की वाणी का उल्लेख करते हुए कहा कि गुरुओं की महिमा अपरंपार है। गुरु में असंख्य गुण विद्यामान होते हैं, जो लिखे नहीं जा सकते, उस पर कितनी भी स्याही खर्च की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और समाज की सेवा करते हुए हमें आगे बढऩा है और कोई भी शिक्षक जीवन को नया मोड़ देने में अपना अहम योगदान रखता है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल से हमें कोरोना ने कैद कर रखा था, जिसके चलते ऑनलाईन पढ़ाई का कार्य चलता था। मगर अब कोरोना की तीसरी लहर नहीं आती है तो कोरोना से जो सिस्टम कैद था उसे आजाद कर देंगे। कोरोना अब पीछे हटता दिखाई दे रहा है, जिसके चलते प्रदेश में विद्यालय और महाविद्यालय धीरे-धीरे खोले जा रहे हैं और आने वाले समय में शिक्षा विभाग सभी संस्थाओं को खोलने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि सात साल पूर्व जब उन्होंने सत्ता संभाली थी तब प्रदेश के अध्यापक स्थानांतरण के चक्कर में चंडीगढ़ में मंत्रियों के चक्कर लगाते रहते थे। सरकार ने शिक्षकों के लिए ऑनलाईन स्थानांतरण नीति लागू की है, जिससे अब स्कूलों के शिक्षक प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक का दर्जा सम्मानजनक होता है, हमें शिक्षकों को पूरा मान-सम्मान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार एक अच्छी शिक्षा नीति लेकर आई है, जिसके जरिए युवाशक्ति को कौशल विकास के जरिए प्रशिक्षित करके उन्हें रोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सरकार ने कौशल विकास का आयाम ही शिक्षा के साथ जोड़ा है। हरियाणा में पहला विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय, दूधौला जिला पलवल में खोला गया। उन्होंने बताया कि हरियाणा के किसान, जवान, पहलवान का कोई मुकाबला नहीं है। हरियाणा के खिलाडिय़ों ने ओलंपिक और पैरालँपिक खेलों में सराहनीय प्रदर्शन करते हुए सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि पैरालँपिक में इससे पहले अब तक केवल 12 मैडल ही जीते गए थे, लेकिन इस बार केवल 10 दिन के खेल में 17 मैडल जीते हैं। इस अवसर पर हरियाणा के सहकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डा. बनवारी लाल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आईजीयू मीरपुर ग्रामीण अंचल में स्थापित होने के कारण यहां सभी जरूरी सुविधाओं का होना बेहद जरूरी है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से मांग करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक शिक्षा के माध्यम से शिक्षकों के सभी पदों को भरने और राष्ट्रीय राज्यमार्ग से सीधी कनेक्टिविटी की जाए। उन्होंने शिक्षक दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं भी दीं। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार गक्खड़ ने मुख्यमंत्री का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मां शारदा छात्रावास, इंडोर-आउटडोर स्टेडियम के लिए भूमि पूजन किया और परिसर में पौधरोपण भी किया। कार्यक्रम में उन्होंने विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान, कुटुंब-पूर्व छात्र संगठन अधिनियम, अपशिष्ट जल संशोधन एवं विद्युत उत्पादन मॉडल का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय की प्रोफेसर रितू बजाज की प्रबंधन पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन किया। इस अवसर पर हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव, कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव, अटेली के विधायक सीताराम यादव, हरको बैंक के चेयरमैन डा. अरविंद यादव, भाजपा के जिला अध्यक्ष हुकम चंद यादव, नगर परिषद रेवाड़ी की चेयरपर्सन पूनम यादव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। वहीं प्रशासन की ओर से रेवाड़ी रेंज के आयुक्त विकास अरोड़ा, उपायुक्त यशेंन्द्र सिंह, एसपी अभिषेक जोरवाल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। इन परियोजनाओं का हुआ शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल आईजीयू मीरपुर में 8 करोड़ रुपए की लागत से 3720.70 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले महिला छात्रावास के फेज-1, 6.81 करोड़ रुपए की लागत से 1569.5 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले इंडोर स्टेडियम, 6.92 करोड़ रुपए की लागत से 20274.04 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले आउटडोर स्टेडियम, 2.5894 करोड़ रुपए की लागत से पुस्तकालय विस्तार, 3.64 करोड़ रुपए की लागत से आवासीय परिसर विस्तार तथा 20.2085 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले सीवी रमन विज्ञान भवन का शिलान्यास किया। Post navigation जेजेपी के संगठन में विस्तार, एससी सेल में 112 हलका-ब्लॉक प्रधान बनाए शाहाबाद की प्रगति के लिए डिप्टी सीएम ने किया विकास का रोडमैप तैयार