हरियाणा राज्य स्कूल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन का फैसला. पार्ट टाइम कर्मचारी यूनियन ने एसडीएम और बी ई ओ को सौंपा ज्ञापन. पार्ट टाइम स्कूल कर्मचारियों को 6 माह से ढाई वर्ष तक नहीं मिला वेतन फतह सिंह उजालापटौदी। सरकारी स्कूलों में कार्यरत पार्ट टाइम सभी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लामबंद हो गए हैं। हरियाणा राज्य स्कूल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के आह्वान पर पदाधिकारियों और सदस्यों के द्वारा अपनी मांगों को पूरा किया जाने के लिए आगामी 12 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया गया है। पार्ट टाइम स्कूल कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को पूरा किया जाने के लिए पटौदी के एसडीएम तथा खंड शिक्षा अधिकारी को अलग-अलग ज्ञापन भी सौंपा हैं । पार्ट टाइम स्कूल कर्मचारी यूनियन का दो टूक कहना है कि 12 सितंबर तक शिक्षा विभाग और हरियाणा सरकार के द्वारा उनकी मांगों पर तत्काल कोई कार्यवाही नहीं की गई तो 13 सितंबर को पार्ट टाइम स्कूल कर्मचारी यूनियन के सभी सदस्य शिक्षा विभाग अधिकारी कार्यालय का घेराव करेंगे । सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा स्कूल पार्ट टाइम कर्मचारी यूनियन ब्लॉक पटौदी के प्रधान राजाराम के नेतृत्व में अमित कुमार, विनोद कुमार, फकीरचंद, विजय सिंह, अरुण कुमार, सतीश कुमार, बबली, अजय कुमार , मुकेश , सुरेश कुमार, गजराज, प्रदीप, रणजीत, सत्यवीर सिंह, नरेंद्र सिंह सहित अन्य के द्वारा शुक्रवार को पटौदी शिव मूर्ति पार्क में अपनी अपनी समस्याओं और मांगों को लेकर आयोजित बैठक में इस बात को लेकर रोष जाहिर किया कि बार-बार मांग की जाने के बाद जो और अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा जाने के बाद भी ने तो कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया जा रहा है। ना ही किसी भी प्रकार का आश्वासन दिया गया है। ऐसे में स्कूल पार्ट टाइम कर्मचारी यूनियन के सदस्यों के सामने एकमात्र विकल्प यही बचा है कि अपनी मांगों को पूरा करवाने तथा बकाया वेतन के भुगतान के लिए आंदोलन को तेज किया जाए । लेकिन इससे पहले 13 सितंबर को 1 दिन के लिए स्थानीय शिक्षा अधिकारी का घेराव सहित धरना प्रदर्शन किया जाएगा । इस बैठक में शिक्षा विभाग में कार्यरत स्कूल पार्ट टाइम कर्मचारियों में पार्ट टाइम कर्मचारी, एजुसेट चौकीदार और मिड डे मील बनाने वाले कर्मचारी भी शामिल रहे। ज्ञापन सौंपने के बाद स्कूल पार्ट टाइम कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी और सदस्यों के द्वारा आरोप लगाया गया कि पार्ट टाइम स्कूल कर्मचारियों को बीते 6 माह से मेहनताना का भुगतान नहीं किया जा रहा है । इसी प्रकार से सरकारी स्कूलों में लगे हुए एजुसेट सेट के चौकीदारों को बीते 30 माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है । यही हाल स्कूल में मिड डे मील तैयार करने वाली महिला कर्मचारियों का भी है , उन्हें भी बीते कई माह से बेचन का भुगतान नहीं किया जा रहा है । एक तरफ महंगाई बेकाबू होकर तेजी से बढ़ रही है दूसरी तरफ शिक्षा विभाग संबंधित अधिकारी और सरकार पार्ट टाइम स्कूल कर्मचारी एजुसेट चौकीदार तथा मिड-डे मील बनाने वाले महिलाओं कर्मचारियों का वेतनमान का भुगतान नहीं कर रहे है । जिसके कारण अनेक परिवारों के सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हो चुका है , बच्चों की पढ़ाई लिखाई से लेकर बीमार होने की स्थिति में बच्चों या परिवार के सदस्यों का उपचार करवाना भी जी का जंजाल बन चुका है। अनेक कर्मचारियों का एरियर का भी भुगतान नहीं किया गया है। पार्ट टाइम स्कूल कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि जो काम उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है, संबंधित स्कूलों में मौखिक रूप से मूल कार्य को छोड़कर दूसरे कार्य करने के लिए मजबूर किया जा रहा ह। यदि कहीं भी किसी भी कर्मचारी से मूल कार्य के अलावा दूसरा कार्य करवाया जा रहा है तो उसके लिए संबंधित सकूल के मुखिया के द्वारा लिखित में आदेश अथवा निर्देश संबंधित कर्मचारियों को दिए जाने चाहिए । अन्यथा कर्मचारी मौखिक रूप से बताए गए या करवाए जाने वाले कार्य को करने में असमर्थ रहेंगे। स्कूल पार्ट टाइम कर्मचारी यूनियन के द्वारा पुरजोर मांग की गई है कि उनके बकाया वेतन का अविलंब भुगतान किया जाए। Post navigation … माजरा गांव की गलियों में दफन हुए हैं भ्रष्टाचार के सबूत डिप्टी सीएम दुष्यंत के निर्देश पर कितना गंभीर स्थानीय प्रशासन !